यहूदी इजरायली पत्रकार के चोरी-छिपे सऊदी अरब के मक्का शहर पहुंचने पर तगड़ा विवाद हो गया है। आपको बता दें कि इस काम में पत्रकार की मदद करने वाले सऊदी के नागरिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस शख्स पर आरोप है कि उसने ग्रैंड मक्का मस्जिद से लेकर माउंट अराफात तक पत्रकार को पहुंचाने में मदद की थी। गौरतलब है कि मक्का और मदीना में गैर-मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध है, ऐसे में किसी गैर-मुस्लिम का यहां पहुंचना इस्लाम के नियमों के खिलाफ बताया गया है।
मक्का पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक अब इस मामले में मदद करने वाले सऊदी नागरिक को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। मक्का पुलिस के मीडिया प्रवक्ता का कहना है कि गैर-मुस्लिम पत्रकार की मक्का पहुंचने में मदद करने के आरोपी शख्स पर कानूनी कार्रवाई होगी। सऊदी नागरिक का यह मामला अदालत पहुंच गया है। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इजरायली पत्रकार अमेरिकी नागरिक है। किसी गैर मुस्लिम का मक्का और मदीना जैसे पवित्र शहर आना कानूनों का उल्लंघन है।
मक्का पुलिस के मीडिया प्रवक्ता ने बताया कि सऊदी अरब आने वाले हर शख्स को कानूनों का सम्मान करना चाहिए, विशेष रूप से सऊदी के पवित्र धार्मिक स्थानों पर जाने को लेकर नियमों का पालन होना चाहिए। किसी भी तरह से इन नियमों के उल्लंघन को अपराध माना जाएगा। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसा करने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आरोपी पत्रकार के मामले को भी अदालत के समक्ष लाया गया है और तय कानूनों के अनुरूप पत्रकार के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि इस हफ्ते इजरायल के न्यूज चैनल 13 टीवी न्यूज के पत्रकार गिल तमारी के सऊदी अरब के शहर मक्का घूमने की एक रिपोर्ट प्रसारित की गई थी, जिस पर हंगामा मचा हुआ है। हालांकि, बाद में टीवी चैनल और पत्रकार ने इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली थी। पत्रकार गिल की 10 मिनट की इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को मक्का के कई हिस्सों में शूट किया गया था। इस दौरान यहूदी पत्रकार गिल ने मक्का की ग्रैंड मस्जिद का भी दौरा किया और बाद में वह माउंट अराफात भी पहुंचे।
इस डॉक्यूमेंट्री के लिए तमारी ने हिब्रू भाषा में रिपोर्टिंग की। उन्होंने कई जगह अंग्रेजी भाषा का भी इस्तेमाल किया ताकि यह जाहिर नहीं हो कि वह इजरायली हैं। इजरायली पत्रकार के मक्का पहुंचने की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की गई। सोशल मीडिया पर ‘ज्यू इन द हरम’ हैशटैग का इस्तेमाल किया गया। इजरायल समर्थक भी इसकी आलोचना कर रहे हैं। इजरायल के समर्थक माने जाने वाले सऊदी अरब के ब्लॉगर मोहम्मद सउद ने भी तमारी के मक्का दौरे की निंदा की।
इस मामले पर इजरायल सरकार ने भी नाराजगी जाहिर की थी। इजरायल के क्षेत्रीय सहयोग मंत्री इसावी फ्रेज ने यहूदी इजरायली पत्रकार के मक्का घूमने की टीवी रिपोर्ट को बेवकूफाना बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे सिर्फ सऊदी अरब, इजरायल के रिश्तों को सामान्य करने के प्रयासों की संभावना को नुकसान पहुंचेगा।