केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बुधवार को ग्रीन हाइड्रोजन आधारित आधुनिक फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (FCEV) टोयोटा मिराई (Toyota Mirai) को लॉन्च किया। गडकरी ने बताया कि यह भारत में अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है और इसका उद्देश्य देश में इस तरह के वाहनों के लिए परिवेश तैयार करना है।
गडकरी ने कहा कि जीरो-कार्बन उत्सर्जन के लिए हाइड्रोजन से चलने वाले FCEV सबसे बेहतर विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और इसमें पानी के अतिरिक्त कोई और उत्सर्जन नहीं होता।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन को रिन्यूएबल एनर्जी और प्रचुर मात्रा में उपलब्ध बायोमास से बनाया जा सकता है। गडकरी ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन की क्षमता का इस्तेमाल करने वाली टेक्नोलॉजी को अपनाने से भारत को भविष्य में एक स्वच्छ और किफायती ऊर्जा हासिल करने में मदद मिलेगी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) मिलकर एक पायलट प्रोजेक्ट चला रहे हैं, जिसका उद्देश्य हाइड्रोजन से चलने वाली दुनिया की सबसे आधुनिक FCEV, टोयोटा मिराई का भारतीय सड़कों और जलवायु परिस्थितियों में अध्ययन करना है।
टोयाटा मिराई के लॉन्च इवेंट में नितिन गडकरी के अलावा केंद्रीय पेट्रोलियम और नैचुरल गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय मिनिस्टर आरके सिंह और भारी उद्योग मामलों के मंत्री महेंद्र नाथ पांडे भी मौजूद थे।
646 किमी तक का है रेंज
टोयाटा मिराई, ग्रीन हाईड्रोजन से पैदा होने वाली बिजली पर चलेगी। कार के पांच मिनट के ईंधन भरने के समय के साथ आने का दावा किया गया है। यह एक फुल टैंक पर 646 किमी तक चल सकती है।
ऐसा है कार का इंजन
टोयोटा मिराई एफसीईवी सेडान एक हाई प्रेशन हाइड्रोजन फ्यूल टैंक और एक इलेक्ट्रिक मोटर का इस्तेमाल किया गया है। इसका इंजन हाइड्रोजन से पानी और ऑक्सीजन अलग-अलग करता है और उससे ऊर्जा उत्पन्न करता है। यह कार अपने टेलपाइप यानी साइलेंसर से आंतरिक दहन इंजन जैसी गैसों की बजाय पानी बाहर निकालती है।