टोक्यो ओलंपिक में कामयाबी की नई इबारत लिखने वाले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा बड़े दिल वाले इंसान हैं। 23 साल के इस खिलाड़ी ने ‘खेलों के महाकुंभ’ में जो कमाल किया, उसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी। मगर इस युवा एथलीट ने 87.58 मीटर का थ्रो कर टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया और 135 करोड़ देशवासियों का सिर ऊंचा किया। नीरज ने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 121 साल का इंतजार खत्म किया। इसके बाद नीरज को हर तरफ से बधाइयां मिलने लगीं। इस क्रम में 2008 बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने भी ट्वीट कर नीरज को बधाई दी। उन्होंने लिखा, आपने देश का सपना पूरा किया है। शुक्रिया! इसके अलावा, क्लब में आपका स्वागत है। बेहद गर्व है। मैं आपके लिए बहुत खुश हूं।’
बिंद्रा के इस ट्वीट का जवाब नीरज ने छह दन बाद दिया है लेकिन जवाब ऐसा है जो भावुक कर देने वाला है। नीरज से इस ट्वीट से साफ झलकता है नीरज जमीन से जुड़े तो हैं ही लेकिन उनका दिल भी बहुत बड़ा है। नीरज ने अभिनव बिंद्रा के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद सर। 2008 (बीजिंग ओलंपिक) में आपके गोल्ड ने भारतीय एथलीटों को यह विश्वास दिलाया कि हम भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल हो सकते हैं। मैं क्लब में शामिल होने के लिए काफी खुश हूं और उम्मीद है कि जल्द ही हमारे साथ कई और लोग जुड़ सकते हैं।’ नीरज का यह ट्वीट सबकुछ बयां करने के लिए काफी है।
नीरज ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले देश के पहले और व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। नीरज ने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका था और वह शुरू से ही पहले स्थान पर चल रहे थे। वहीं, दूसरे प्रयास में नीरज ने 87.58 मीटर भाला फेंका। यहीं उनका गोल्ड मेडल पक्का हो गया था। तीसरे प्रयास में वह 76.79 मीटर भाला ही फेंक पाए जबकि चौथे प्रयास में फाउल कर गए। उन्होंने छठे प्रयास में 84.24 मीटर भाला फेंका।