टोक्यो ओलंपिक 2020 का आज 16वां दिन है. भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने फाइनल मुकाबला जीत लिया है. नीरज ने भाला फेंक में देश को मेडल जिताया है. नीरज ने इतिहास रच दिया है. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का है. ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत को 13 साल बाद दूसरा गोल्ड मिला. बीजिंग ओलंपिक 2008 में पहली बार स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने किया था.
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर, 1997 को हुआ था. वह भाला फेंकने वाले खिलाड़ी हैं. अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक को जीतने वाले वह दूसरे भारतीय हैं. बायडगोसज्च्ज़, पोलैंड में आयोजित 2016 आइएएएफ U20 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की. इस पदक के साथ साथ उन्होंने एक विश्व जूनियर रिकॉर्ड भी स्थापित किया है।
2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था. लेकिन इस प्रदर्शन के बावजूद भी वे 2016 के समर ओलंपिक में स्थान पाने में वह विफल रहे क्योंकि अर्हता प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि 11 जुलाई थी. नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर 2017 एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था.
नीरज चोपड़ा की शिक्षा के बारे में
नीरज चोपड़ा रोर (क्षत्रिय) समुदाय से हैं. वह हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव से हैं. उनकी शिक्षा डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से हुई. 2016 में उन्हें नायब सूबेदार के पद के साथ भारतीय सेना में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी नियुक्त किया गया था.