कालीचरण महाराज के बाद उत्तरप्रदेश के यति नरसिंहानंद गिरी ने भी महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। यति नरसिंहानंद गिरी ने रायपुर पुलिस द्वारा कालीचरण को गिरफ्तार किए जाने का विरोध करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और उन्हें गंदगी बता दिया।
गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि हम कालीचरण महाराज की गिरफ़्तारी की भर्त्सना करते हैं। कांग्रेस की सरकार ने निर्लज्जतापूर्वक काम किया है। हमने तय किया था कि गांधी के बारे में नहीं बोलेंगे, लेकिन आज मजबूरी है। गांधी नाम की गंदगी के कारण कालीचरण महाराज को जिन्होंने गिरफ्तार किया है, उनका मां और महादेव समूल नाश करेंगे।
यति नरसिंहानंद गिरी ने यह भी कहा कि गांधी के बारे में कालीचरण ने जो कहा हम उससे शत प्रतिशत सहमत हैं। हर परिस्थिति में कालीचरण महाराज के साथ हैं। हम आशा करते हैं कि जल्दी उनकी जमानत हो जाएगी। लेकिन यदि उनकी जमानत में देरी की गई तो हम सारे लोग जाकर संघर्ष करेंगे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के आवास पर जाकर आमरण अनशन करेंगे।
बता दें कि हरिद्वार के जिस धर्म संसद में कई समुदायों के बारे में विवादित टिप्पणी की गई और भड़काऊ भाषण दिए गए। उसमें नरसिंहानंद गिरि भी शामिल थे। नरसिंहानंद गिरि अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। गाजियाबाद पुलिस ने उनपर गुंडा एक्ट लगाने की सिफारिश की थी लेकिन प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी। सुप्रीम कोर्ट में देश के जाने-माने वकीलों ने जिन साधु-संतों के खिलाफ हेट स्पीच की चिट्ठी लिखी, उनमें नरसिंहानंद गिरि का भी नाम शामिल है।
गौरतलब है कि बीते रविवार को रायपुर के रावणभाठा मैदान में आयोजित दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा की थी। इस दौरान कालीचरण महाराज ने लोगों से कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं नाथूराम गोडसे को नमस्कार करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या की। कालीचरण के इस बयान के बाद रायपुर पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज किया था।
गुरुवार को महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द बोलने वाले संत कालीचरण को रायपुर पुलिस ने मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया। बाद में उसे शाम साढ़े छह बजे रायपुर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे दो दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।