केरल के कैथोलिक बिशप ने हाल ही में राज्य में ईसाई लड़कियों के साथ ‘लव जिहाद’ को लेकर चिंता जताई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भड़क गए हैं। केरल के कोट्टयम में सायरो मालाबार चर्च पाला धर्मप्रांत के ‘मार जोसेफ कल्लारंगट’ नामक विशप के बयान पर आक्रोश जताते हुए सीएम विजयन ने कहा कि जिम्मेदार पदों पर कार्यरत व्यक्तियों को इस तरह के बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज में धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करने वाले बयान नहीं दिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा “पाला बिशप एक काफी प्रभावशाली व धार्मिक विद्वान हैं। हमलोग पहली बार ‘नारकोटिक्स जिहाद’ नाम का कोई शब्द सुन रहे हैं। नारकोटिक्स की समस्या किसी एक खास धर्म को ही निशाना नहीं बनाती। ये पूरे समाज पर अपना दुष्प्रभाव डालती है। इसे लेकर हम काफी चिंतित हैं।”
उधर ‘डेमोक्रेटिक युथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI)’ के एए रहीम ने कहा कि बिशप का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और तथ्यों व पुष्ट सूचनाओं के बिना इस तरह के बयान जिम्मेदार लोगों को नहीं देने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे केरल के सभ्य समाज की सहिष्णुता व अच्छाई का तानाबाना बिगड़ेगा। ‘केरल प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी’ के अध्यक्ष पीटी थॉमस ने कहा कि ऐसे बयानों से राज्य के सामाजिक तानेबाने बिगड़ेंगे।
बता दें कि केरल के कोट्टयम में सायरो मालाबार चर्च पाला धर्मप्रांत के ‘मार जोसेफ कल्लारंगट’ नामक एक बिशप ने अपने बयान में कहा था कि केरल में कैथोलिक लड़कियाँ अब ‘लव और नार्कोटिक जिहाद’ की शिकार हो रही हैं। उन्होंने यह बात कोट्टायम जिले के कुरुविलंगाडु में एक चर्च समारोह में बोली थी, जो उनके सूबे के अंतर्गत आता है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि कट्टरपंथी ऐसे तरीकों का इस्तेमाल उन जगहों पर कर रहे हैं जहाँ हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है और कैथोलिक परिवारों को इस संबंध में सावधान रहना चाहिए।