Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रविवार को मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में आज किसानों की महापंचायत आयोजित है. कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आयोजित इस महापंचायत में पश्चिम उत्तर प्रदेश समेत देश के दूसरे राज्यों के कुल 300 किसान संगठन शामिल होंगे. शनिवार से ही किसानों का मुजफ्फरनगर पहुंचना शुरू हो गया है. इस महापंचायत को लेकर पुलिस, प्रशासन हाई अलर्ट पर है. भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार से ही एनएच-58 के सिवाया टोल को फ्री करा दिया है और आज यानी रविवार को भी मेरठ से मुजफ्फरनगर के बीच टोल फ्री रहेगा.
300 से ज्यादा संगठन शामिल होंगेआज की इस महापंचायत में सबसे ज्यादा यूपी, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान से किसान शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक में हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु आदि राज्यों के किसान भी पहुंच रहे हैं.
रोका गया तो हम बैरियर तोड़ देंगे
संयुक्त किसान मोर्चा सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि हरियाणा के सभी किसान संगठनों से जुड़े किसान महापंचायत में जाएंगे और इससे संदेश दिया जाएगा कि कृषि कानून वापस नहीं तो घर वापसी नहीं होगी.भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि महापंचायत में खास क्या होगा यह मोर्चा ऐलान करेगा. उन्होंने कहा कि हमें देश की फिक्र है, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार को देश या किसानों की कोई फिक्र नहीं है.बीकेयू नेता राकेश टिकैत का कहना है कि महापंचायत में किसानों को पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता, अगर वे हमें रोकते हैं, तो हम बैरियर तोड़कर आगे बढ़ेंगे. इसमें हर राज्य का प्रतिनिधित्व होगा. उन्होंने कहा कि किसानों ने बिल वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं का प्रण ले रखा है.
हाई अलर्ट पर पुलिस-प्रशासन
एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल ने बताया है कि मुजफ्फरनगर महापंचायत के लिए 20 सीओ, एक डीआईजी, सात एसपी (शामली, सहारनपुर, बागपत भी शामिल) आठ कंपनी पीएसी और दो कंपनी आरएएफ को अतिरिक्त लगाया गया है.
रहेगी पूरी व्यवस्था
बयान में कहा गया है कि किसानों के वास्ते भोजन की व्यवस्था के लिए 500 लंगर सेवाएं शुरू की गई हैं, जिसमें सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर चलने वाली मोबाइल लंगर प्रणाली भी शामिल है. महापंचायत में भाग लेने वाले किसानों के लिए 100 चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं.
शराब की दुकानें रहेंगी बंद
जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि शनिवार शाम छह बजे से पांच सितंबर को महापंचायत खत्म होने तक जिले में शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया गया है.