प्रधानमंत्री मोदी का भव्य, दिव्य, विशाल कार्यक्रम काशी में आयोजित किया गया जिसे कवर करने के लिए दूरदर्शन ने 55 कैमरे लगाए, इस कार्यक्रम का खर्चा कितना हुआ ये अलग बात है मगर जो भी हुआ वो जनता के टैक्स के पैसे से किया गया, जिस समय देश की जनता मंगाई, ग़रीबी, बेरोज़गारी और सरकारी अत्याचारों से पीड़ित है एक नेता अपनी विलासता पर जनता का पैसा पानी की तरह बहा रहा है
अजय मिश्रा टोनी देश का गृह राजय मंत्री है, अपने पुत्र को बचाने के लिए उसने किसानों को खालिस्तानी कह दिया था, साथ ही कहा था कि ”बब्बर ख़ालसा” जैसे आतंकी संगठन भी वारदात में शामिल हो सकते हैं, मंत्री ने बेटे को बचाने के लिए अनर्गल बयान दिए थे, उनमे न कोई सच्चाई थी और न कोई सबूत था, किसी भी देश का गृह मंत्री इस तरह की झूठी बात बिना किसी आधार के कैसे कह सकता है, मंत्री ने ”बब्बर ख़ालसा’ का नाम लिया था तो उसे ये भी बताना चाहिए था कि देश की किस एजेन्सी ने उन्हें इसका इनपुट दिया है, उन्हें इसकी जानकारी किस माध्यम से मिली है
जिस गृह राजय मंत्री की ज़िम्मेदारी देश की सुरक्षा करने की है वो देश के अंदर ही ”भ्रम” पैदा कर रहा था, चीन ने लद्दाख में सैंकड़ों किलोमीटर अंदर घुस कर भारत की धरती पर कब्ज़ा कर रखा है, अजय मिश्रा टोनी को चीन की चिंता होना चाहिए थी न किसी अपराधी बेटे का बचाव करता, चीन लगातार बढ़ता चला आ रहा है, उसकी नज़र भारत के ऊपर टिकी हुई है, वो कश्मीर, अर्णांचल प्रदेश, आसाम, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा आदि राज्यों में अपना प्रभाव बढांने में लगा हुआ है और देश का गृह राजय मंत्री प्रत्रकारों को गालिया दे रहा है, पूरी मोदी सरकार अपने अपराधी मंत्री के बचाव में उतरी हुई है