उत्तर प्रदेश के मेरठ में कब्रिस्तान में शव दफनाने को लेकर हुए विवाद के बाद मामला इसकदर बढ़ गया कि नौबत मारपीट की आ गई। पूरा मामला मेरठ के कंकरखेड़ा का बताया जा रहा है कि जहां मारपीट में भाजपा के तीन नेता घायल हो गए हैं। इस मामले में पुलिस ने एक भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा को गिरफ्तार किया है। दुष्यंत रोहटा और सचिन सिरोही पर धार्मिक उन्माद भड़काने के मामले में केस दर्ज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत नंगलाताशी गांव की रहने वाली खेरु निशां (40) पत्नी यूसुफ का गुरुवार को निधन हो गया था। इसके बाद परिजन शव को दफनाने के लिए डिफेंस एंक्लेव डबल स्टोरी के पास के कब्रिस्तान गए लेकिन इस जमीन पर कब्र खोदने को लेकर विवाद शुरू हो गया। उस जमीन पर शव को दफनाने के लिए कब्र खोदने की खबर पाकर लक्ष्य हॉस्पिटल के मालिक डॉ. सागर तोमर अपने पिता के साथ तुरंत मौके पर पहुंच गए।
बताया जा रहा है कि जिस जगह पर कब्र खोदी गई थी, उसके पास की मेरठ विकास प्राधिकरण की जमीन को डॉ. सागर तोमर ने खरीदा है। डॉ. सागर ने मृतक के परिजनों से कब्रिस्तान की भूमि में कब्र खोदने को कहा, इसको लेकर दोनों पक्षों पर कहासुनी शुरू हो गई। पुलिस को जब इस मामले की सूचना मिली तो उन्होंने दोनों पक्ष के लोगों को समझा-बुझाकर वहां से भेजा।
लेकिन, यह मामला शांत नहीं हुआ था। शव को दफनाने के लिए कब्र खोदने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दिया तो कंकड़खेड़ा थाना इंचार्ज ने बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश की। इस दौरान डॉ. तोमर के पक्ष में कुछ भाजपा भी पहुंच गए, जिनमें दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया और सचिन सिरोही और संजय वर्मा शामिल थे। यूसुफ के पक्ष पर आरोप है कि भाजपा नेताओं ने जब समझाने की कोशिश की तो उनको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
एसपी सिटी की मौजूदगी में दफनाया गया शव
मौके पर अधिक लोग होने के कारण पुलिस को उनको नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। मौके पर पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की। बाद में पुलिस ने दुष्यंत रोहटा, नवाब सिंह लखवाया और सचिन सिरोही को हिरासत में ले लिया। इस दौरान काफी देर तक मौके पर हंगामा होता रहा। बाद में एसपी सिटी की मौजूदगी में शव को दफनाया गया। पुलिस ने कहा है कि इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं, पूरे घटनाक्रम के बाद इलाके में तनाव है।