नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना सज्जाद नोमानी ने अब अफगानिस्तान पर सफलतापूर्वक कब्जा करने के लिए तालिबान की प्रशंसा की है।
मौलाना ने तालिबान की प्रशंसा की और उनको बधाई देते हुए यह भी कहा कि “यह हिंदी मुसलमान आपको सलाम करता है”।
इससे एक दिन पहले समाजवादी पार्टी के एक सांसद ने अफगानिस्तान के तालिबान के क़ब्ज़े का समर्थन किया, और इसको भारत के अपने स्वतंत्रता संग्राम के साथ जोड़ा। संभल के सांसद शफीकुर रहमान बरक ने तालिबान की प्रशंसा के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर आलोचना की।
संभल के लोकसभा सांसद शफीकुर रहमान बरक ने कहा कि तालिबान अपने देश को आज़ाद कराना चाहता है और यह अफगानिस्तान का आंतरिक मामला है।
बरक ने तालिबान को एक ऐसी ताकत कहा जिसने रूस या संयुक्त राज्य अमेरिका को अफगानिस्तान में खुद को स्थापित करने की अनुमति नहीं दी, “और अब वे अपना देश चलाना चाहते हैं”। सांसद ने कहा कि जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, तब पूरा देश आजादी के लिए लड़ता था।
सपा नेता ने कहा “वे स्वतंत्र होना चाहते हैं। यह उनका निजी मामला है। हम कैसे हस्तक्षेप कर सकते हैं?” तालिबान के अधिग्रहण का समर्थन करते हुए बरक ने कहा कि अफगान अपने देश को उसी तरह चलाना चाहते हैं जैसे वे चाहते है।
रविवार को तालिबान के काबुल में प्रवेश करने और बागडोर संभालने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी और अन्य देश छोड़कर भाग गए। काबुल हवाईअड्डा अराजक दृश्यों का केंद्र बन गया क्योंकि हताश अफगानों ने देश से भागने की कोशिश की।