एटा के नयागांव थाना क्षेत्र के कस्बा सराय अगहत निवासी मुख्यमंत्री योगी के प्रशंसक यामीन सिद्दीकी ने रविवार को थाने में लिखित शिकायत दी थी कि ईद की नमाज पढ़कर लौटने के दौरान कस्बे के दो लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी गई है।
शिकायत दर्ज कराने के कुछ देर बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी। जांच में पुलिस ने यामीन को ही दोषी ठहराते हुए जेल भेज दिया। इस दौरान यामीन ने पुलिस पर पीटने और निष्पक्ष कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। यामीन के मुताबिक रविवार सुबह वह कस्बे में ईदगाह पर नमाज पढ़ने के लिए गया था। नमाज पढ़ने के बाद वापस लौट रहा था, तभी रास्ते में दो लोगों ने घेर लिया। योगी का प्रशंसक बनने पर धमकी दी। मुख्यमंत्री के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया। गाली देते हुए कहा कि अगर दोबारा मस्जिद के आसपास दिखाई दिया तो उसे (यामीन) जान से मार देंगे।
यामीन ने बताया कि ये दोनों दबंग प्रवृत्ति के हैं। पूर्व में पुलिस को गलत सूचनाएं देकर और अफवाह उड़ाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर चुके हैं। मुझे भी मुख्यमंत्री का प्रशंसक होने की वजह से इन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी है।

यामीन ने थाने पर तहरीर देने के साथ ही मुख्यमंत्री और अधिकारियों के ट्विटर पर भी शिकायत की। पुलिस ने जांच में यामीन को गलत पाया और शांतिभंग के तहत कार्रवाई करते हुए एसडीएम कोर्ट भेजा, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। यामीन ने कहा पूरे मामले को लेकर वह सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मिलकर शिकायत करेगा।
सीओ राजकुमार सिंह ने बताया कि यामीन सिद्दीकी की क्षेत्र में काफी शिकायतें हैं। आए दिन विवादों के घेरे में रहता है। रविवार को उनकी शिकायत में वह खुद ही दोषी पाया गया है। जिस पर शांतिभंग के आरोप में न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने जेल भेज दिया है।

बता दें यामीन सिद्दीकी ने 20 जून को एटा में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। वह सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी और भाजपा का प्रचार करते हैं।