‘सुल्ली डील्स’ ऐप मामले में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दिल्ली पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से कथित तौर पर‘सुल्ली डील्स’ ऐप बनाने वाले को दबोचा है. गिरफ्तार के बाद लोग उस शख्स के बारे में जानना चाहते हैं जिसने यह घिनौना काम किया है. मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि यह ‘सुल्ली डील्स’ ऐप मामले में पहली गिरफ्तारी है.
पुलिस ने बताया कि सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को बिना उनकी मंजूरी के मोबाइल ऐप्लीकेशन (ऐप) पर ‘नीलामी’ के लिए डालने का काम किया गया था. आरोपी ओमकारेश्वर ठाकुर (26) ने इंदौर स्थित आईपीएस अकादमी से बीसीए का छात्र रह चुका है. वह न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप का निवासी है.
मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने और ट्रोल करने का मंच
मामले के संबंध में आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने कुबूल किया है कि वह ट्विटर पर उस समूह का सदस्य है जिसमें मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने और ट्रोल के लिए विचारों को साझा करने का काम किया जाता है. उसने गिटहब पर कोड विकसित करने का काम किया. गिटहब तक पहुंच समूह के सभी सदस्यों की थी. आरोपी ने बताया है कि मुस्लिम महिलाओं की फोटो को समूह के सदस्यों ने अपलोड किया था.
कौन है sulli deal का मेन क्रिएटर जानें
यहां चर्चा कर दें कि बुल्ली बाई ऐप (Bulli Bai App) के बाद अब Sulli deal मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है जिससे कई अहम बातें सामने आ सकतीं हैं. गिरफ्तार किया गया शख्स 25 साल का आरोपी है जिसका नाम ओमकेश्वर ठाकुर है. बताया जा रहा है कि यहीं sulli deal का मेन क्रिएटर है. गौर हो कि BCA के स्टूडेंट ओमकेश्वर ठाकुर ने पिछली साल जुलाई में Sulli deal तैयार करने का काम किया था जिसमें मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया जा रहा था.
हो सकती हैं और भी गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरोपी ने पूछताछ में कई खुलासे किये हैं. उसने बताया है कि sulli deal केस में उसके अलावा दूसरे लोग भी शामिल थे. उन लोगों ने इसमें छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाई थीं. पुलिस की ओर से कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस केस में और भी गिरफ्तारी हो सकती हैं.