महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संग्राम के बीच शिवसेना के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने इस संबंध में सभी पुलिस स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है। शिवसेना के 37 और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
वहीं बड़ी संख्या में विधायकों की बगावत के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास खाली कर दिया और वे अपने निजी आवास मातोश्री चले गए हैं। अब खबर है कि शिवसेना के कार्यकर्ता बागी विधायकों के खिलाफ सड़कों पर उतरने वाले हैं। कुछ जगहों पर शिवसैनिकों ने बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन करना भी शुरू कर दिया है।
महाराष्ट्र पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए कहा, “महाराष्ट्र के सभी पुलिस थानों, खासकर मुंबई के पुलिस थानों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि शिवसैनिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर सकते हैं। शांति सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है।” पुलिस का यह आदेश ऐसे समय में आया है जब कुर्ला में बागी विधायक मंगेश कुडलकर के कार्यालय में आज शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से तोड़फोड़ की।
महाराष्ट्र की एमवीए सरकार 2019 में सत्ता में आने के बाद से, अभी तक के सबसे खराब दौर से गुजर रही है। शिवसेना के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के कुछ बागी विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित असम में डेरा डाले हैं। यह संकट 20 जून को विधान परिषद के चुनावों के कुछ घंटों बाद छाया, जब विपक्षी भाजपा अपने पांचवें उम्मीदवार को जितवाने में सफल रही। नतीजे आने के बाद शिंदे से संपर्क नहीं हो पाया। वह और बागी विधायकों का एक समूह पहले गुजरात में रहा, लेकिन बाद में वे सभी असम चले गए। फिलहाल वह गुवाहाटी के एक होटल में शिवसेना के 37 बागी विधायकों और नौ निर्दलीय विधायकों के साथ डेरा डाले हुए हैं।