मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच भाजपा के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। महाराष्ट्र भाजपा के 20 से अधिक पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि ये सभी केंद्रीय नेतृत्व के फैसले से नाराज थे।
जानकारी के अनुसार, मोदी मंत्रिमंडल में प्रीतम मुंडे को जगह नहीं मिलने से भाजपा के 20 से अधिक स्थानीय पदाधिकारियों ने नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। प्रीतम मुंडे महाराष्ट्र की बीड जिले से सांसद हैं।
एक स्थानीय नेता ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि बीड जिला परिषद और पंचायत समिति के साथ अंबाजोगाई के भाजपा पार्षद ने भी इस्तीफा देने का फैसला किया है। वे अपना इस्तीफा सौंपने के लिए मुंबई निकल पड़े हैं। उन्होंने बताया कि इस्तीफा देने वालों में जिला परिषद के एक सदस्य और पंचायत समिति का एक सदस्य शामिल भी हैं। इसके अलावा भाजपा जिला महासचिव, युवा इकाई के अध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष, तहसील अध्यक्ष और भाजपा युवा इकाई के जिला उपाध्यक्ष ने बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेंद्र मास्के को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
प्रीतम मुंडे को मोदी कैबिनेट में नहीं मिली जगह
भाजपा बीड जिला महासचिव सरजेराव टांडले ने दावा किया है कि मोदी मंत्रिमंडल में प्रीतम मुंडे को जगह मिलने वाली थी, लेकिन अंतिम समय में उन्हें शामिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र भाजपा के हजारों कार्यकर्ता मुंडे को मोदी कैबिनेट में देखना चाहते थे। लेकिन अब जब ऐसा नहीं हुआ तो इसलिए इसके विरोध में तमाम नेता पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
पंकजा मुंडे ने जताई उम्मीद
इधर, महाराष्टर् भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार और भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव पंकजा मुंडे ने अपनी बहन और सांसद प्रीतम मुंडे को मंत्रिपरिषद में शामिल न किए जाने से नाराज होने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द मोदी मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दी जाएगी।
पंकजा ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व जो भी फैसला लेंगे उन्हें और उनकी बहन को स्वीकार्य होगा, क्योंकि वे दोनों पार्टी के प्रति समर्पित हैं और एक निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया है उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाउंगी। बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि भाजपा पंकजा मुंडे और प्रीतम मुंडे की राजनीति को खत्म करने की कोशिश कर रही है। यही कारण है कि उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया