ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तहादुल मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) चौहान से बुलडोजर को लेकर जारी राजनीति पर चुटकी लेते हुए एक सवाल पूछा है.
ओवैसी ने कहा कि क्या उन लोगों की गिरफ्तारी होगी, जो नीमच में ‘मस्जिद को अपवित्र करने’ के आरोपी हैं. मध्य प्रदेश के नीमच (Neemuch Incident) में मस्जिद के पास हनुमान की मूर्ति स्थापित करने के बाद से तनाव बढ़ गया है. शहर के एक एक हिस्से में निषेधाज्ञा लागू की गई है.
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘सर शिवराज सिंह चौहान क्या आपकी सरकार मस्जिद और दरगाह को अपवित्र करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करेगी. हमें पता है कि बेगुनाह मुसलमानों के लिए बुलडोजरों का इस्तेमाल होगा.’ पुलिस ने बताया कि नीमच में सोमवार देर रात सीआरपीएफ की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.
यहां पथराव और आगजनी की घटनाओं की सूचना मिली थी. क्योंकि एक पक्ष के लोगों ने सैंकड़ो वर्ष पुरानी दरगाह के पास हनुमान की मूर्ति स्थापित करने की कोशिश की. नीमच के पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने कहा कि चार मामले दर्ज किए गए हैं और नौ लोगों को पकड़ा गया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने नीमच मामले में ट्वीट किया
कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अधिकारी ने आगे कहा कि दो समूहों को चर्चा के लिए पुलिस कंट्रोल रूम आने को कहा गया था लेकिन कुछ लोगों ने कथित तौर पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और कुछ मोटरसाइकलों को नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने पुष्टि की है कि इलाके में समूहों के इकट्ठा होने के बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया है.
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं होने का जिक्र करते हुए पुलिस की कथित निष्क्रियता पर सवाल उठाए थे.
इतने दबाव में ना आएं- दिग्विजय सिंह
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैं प्रशासन के अधिकारियों से अनुरोध करूंगा कि आप भारतीय संविधान और कानून से जुड़े हुए हैं. किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं हैं. इतने दबाव में मत आइए. हमें मालूम है जिस मोहल्ले में यह घटना हुई है उसी में नीमच भाजपा के विधायक जी भी रहते हैं.’ उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कई वीडियो भी शेयर किए हैं. एक ट्वीट में वह लिखते हैं, ‘मुझे नीमच के लोगों ने कल की घटना के कुछ विडियो भेजें हैं, वो मैं शेयर कर रहा हूं. मैंने कल रात को ही कलेक्टर महोदय और एसपी महोदय नीमच से फोन पर बात की. उन्होंने मुझे दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. प्रशासन से मेरे कुछ प्रश्न हैं.’
दिग्विजय सिंह ने प्रशासन से पूछे सवाल
अपने अगले ट्वीट में वह लिखते हैं, ‘मैंने जिाला प्रशासन से कुछ प्रश्न किए. प्रश्न 1- क्या हनुमान जी की मूर्ति स्थापना करने की प्रशासन से स्वीकृति ली गई? उत्तर मिला- जी नहीं. प्रश्न 2- क्या जिस स्थान पर मूर्ति स्थापित की गई, वह भूमि निजी है या शासकीय? उत्तर मिला- शासकीय. प्रश्न 3- क्या शासकीय भूमि पर बिना अनुमति के मूर्ति स्थापित करना अपराध है? उत्तर मिला- जी हां. प्रश्न 5- क्या जिन लोगों ने यह कार्य किया, उनके खिलाफ कोई FIR दर्ज हुई? उत्तर मिला- हम CCTV पर देख कर कार्रवाई करेंगे. प्रश्न 6- पत्थरबाजी करने वाले कौन थे? उत्तर मिला- दोनों तरफ के थे. प्रश्न 7- क्या दोनों तरफ के लोगों पर कार्रवाई हुई या होगी? उत्तर मिला – CCTV पर देख कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे. प्रश्न 8- क्या मस्जिद जलाई गई? उत्तर मिला- कुछ हिस्सों में आग लगी है.’