पंजाब पुलिस ने लुधियाना बम ब्लास्ट मामले में गगनदीप की महिला मित्र को हिरासत में लिया है. सूत्रों के अनुसार गगनदीप की ये महिला मित्र खन्ना पुलिस में कांस्टेबल है और एसपी के दफ्तर में तैनात है. गगनदीप सिंह के कॉल डिटेल की जांच के बाद खन्ना पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर उसे हिरासत में लिया गया है. फिलहाल, ये क्लियर नहीं है कि इस महिला कांस्टेबल के इस धमाके साथ तार कैसे जुड़े हैं.
पंजाब DGP ने कहा कि 2 साल जेल में रहने के बाद गगनदीप की बेल हुई और उसका ट्रायल चल रहा था. ऐसी उम्मीद है कि जेल में उसका नारकोटिक्स फिर माफिया और फिर ड्रग में ट्रांजिशन हुआ. इसके लिंक पंजाब और विदेश में खालिस्तानी तत्वों, टेरर आउटफिट, माफिया आउटफिट और नारकोटिक्स स्मगलर के साथ मिले हैं.
आपको बता दें कि लुधियाना कोर्ट में हुए धमाके की हर एंगल से जांच की जा रही है. धमाके के जिम्मेदार शख्स या संगठन का पता लगाने के लिए खुफिया एजेंसियां हर सूत्र खंगाल रही हैं. इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अदालत की तीसरी मंजिल पर हुए धमाके के पीछे खालिस्तान समर्थक संगठनों का नाम सामने आ रहा है. ऐन विधानसभा चुनाव से पहले पहले बेअदबी और फिर धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. सुरक्षा चाक-चौबंद करने के साथ ही मुखबिर तंत्र सक्रिय कर दिया गया है. पंजाब पुलिस ने भी स्वीकार कर लिया है कि धमाके में मारा गया शख्स किसी अपराधी गिरोह का सदस्य हो सकता है.
पाकिस्तान का हैंडलर होने की संभावना
एएनआई समाचार एजेंसी के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लाल किला घटना के बाद एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. अपने आंदोलन को दोबारा जीवित करने की तैयारी में लगी खालिस्तानी ताकतों पर नजर रखे हैं. रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स पंजाब में आतंकी गतिविधियों के लिए अपने साथियों को निर्देश दे रहे थे. उन्होंने बताया कि प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर ऐसी कई साजिशों को नाकाम किया गया है. इस कड़ी में इस धमाके के पीछे भी खालिस्तान समर्थक ताकतों खासकर अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा का हाथ देखा जा रहा है. इस हमले में एक शख्स की मौत हुई थी और कई अन्य जख्मी हुए थे. बताया जा रहा है कि इस संगठन ने एक सुनियोजित तरीके से इस धमाके को अंजाम दिया है.