राष्ट्र हित मे नेता जी का क़द बहुत बड़ा पद्म विभूषण अपर्याप्त*
भारत के संविधान की प्रस्तावना मे “समाजवाद” के साथ देश को समता और सम्पन्नता के रास्ते पर ले जाने की परिकल्पना की गई है।जय प्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, के बाद देश मे नेता जी श्री मुलायम सिंह यादव ने “समाजवाद” का ध्वज लेकर देश की राजनीति मे विशेष योगदान दिया।कई बार उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री रहने के साथ साथ देश के रक्षा मंत्री रहकर राष्ट्र को शशक्त बनाने का काम किया।इसलिए भारत सरकार नेता जी श्री मुलायम सिंह यादव जी को “भारत रत्न”देकर उनके विशाल व्यक्तित्व को अलंकृत करने का काम करे।
यह बात समाजवादी पार्टी के युवा नेता छात्र सभा के प्रदेश सचिव एवं सोशल मीडिया प्रदेश प्रभारी रहे “सरफ़राज़ सिद्दीक़ी” ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से कही है।
इसके साथ सिद्दीक़ी ने कहा की नेता जी को मरणोप्रांत “पद्म विभूषण” देना सरकार की संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है।हालाँकि नेता जी को जीवित रहते ही उनके अविस्मरणीय राष्ट्र हित मे दिए योगदान के लिए “भारत रत्न”से अलंकृत किया जाना चाहिय था।उन्होंने जीवन पर्यन्त समाजवादी मानसिकता के तहत सदैव किसान, मज़दूर, ग़रीब, नौजवान, छात्र सहित समाज की अंतिम पंक्ति के शोषित, वंचित, पीड़ित व्यक्ति की आवाज़ उठाने का काम किया।नेता जी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमेशा सबको साथ लेकर चलने की प्रथा को मज़बूत किया।भाजपा और कांग्रेस जैसे विरोधी दलो के नेता भी श्री मुलायम सिंह यादव जी का ह्रदय से सम्मान करते थे।
नेता जी ने रक्षा मंत्री रहते देश की सेना को मज़बूत करने का काम किया।आज शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर यदि पूरे सम्मान के साथ उसके घर गाँव पहुँचता है तो इसका श्रेय भी नेता जी को जाता है।
नेता जी श्री मुलायम सिंह यादव ने देश के किसान की लड़ाई को सड़क से संसद तक लड़ने का काम किया।इसीलिए देश आज उन्हें “धरतिपुत्र” के नाम से याद करता है।
सरफ़राज़ सिद्दीक़ी ने माँग की है भारत सरकार से अनुरोध है शीघ्र नेता जी मुलायम सिंह यादव को “भारत रत्न”दिया जाए।