कांग्रेस (Congress) नेता और बादामी विधायक सिद्धारमैया (Siddaramaiah) को शुक्रवार को कर्नाटक के बागलकोट में उस समय लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा जब वह केरुर हिंसा में घायलों को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे थे. बता दें कि बगलकोट जिले के केरुर शहर में छेड़छाड़ के एक प्रकरण को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें दो भाइयों समेत चार लोग घायल हो गए थे. इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक मुस्लिम महिला सीएलपी नेता की ओर से दिए गए 2 लाख रुपए के मुआवजे को सिद्धारमैया के काफिले पर फेंकते हुए दिखाई दे रही है.
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें एक मुस्लिम महिला पहले बादामी विधायक सिद्धारमैया के काफिले को रोकती है फिर उन्हें सहायता राशि वापस लेने की बात करती है. महिला की बात सुनने के लिए सिद्धारमैया अपनी कार से आगे जाने की कोशिश करते हैं. इस पर महिला उनके काफिले के पीछे दौड़ती है और उनके काफिले पर दो लाख रुपये फेंक देती है. हालांकि इस वीडियो की रिपोर्ट लुक पुष्टि नहीं कर रहा है.
बता दें कि पहले भी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने बागलकोट जिले के एक अस्पताल का दौरा किया था, जहां सांप्रदायिक झड़पों के घायल पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है. अस्पताल दौरे के बाद सिद्धारमैया ने ट्वीट करते हुए बताया कि आज, मैंने बादामी विधानसभा क्षेत्र के केरुर में हाल ही में हुए दंगों में घायल हुए पीड़ितों से मुलाकात की. इस मौके पर विधायक आनंद न्यामागौड़ा, पूर्व मंत्री एचवाई मेती, पूर्व विधायक विजयानंद कश्यपनावर, अजय कुमार सरनायके और अन्य उपस्थित थे.
सामूहिक झड़प मामले में 18 लोग हिरासत में लिए गए
बता दें कि बगलकोट जिले के केरुर शहर में छेड़छाड़ के एक प्रकरण को लेकर दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद इलाके में धारा 144 लागू की गई है. बागलकोट के पुलिस अधीक्षक एस.पी.जयप्रकाश ने बताया कि बुधवार शाम को बादामी तालुक के केरुरू शहर में छेड़खानी को लेकर हुई झड़प में दो भाइयों सहित चार लोग घायल हो गए थे. बाद में आगजनी और तोड़फोड़ शुरू हो गई, जिससे शहर का मुख्य बाज़ार क्षेत्र बंद करना पड़ा. उन्होंने कहा, हमने सामूहिक झड़प के सिलसिले में 18 लोगों को हिरासत में लिया है और चार मामले दर्ज किए हैं. बादामी के तहसीलदार ने कल रात आठ बजे तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
पुलिस ने लोगों से सहयोग करने की अपील की
इस मामले में शामिल कुछ अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन द्वारा सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू किए जाने के बाद से स्कूल और कॉलेज रविवार तक बंद कर दिए गए हैं. जयप्रकाश ने कहा कि यह झड़प छेड़खानी के कारण हुई. पुलिस अधिकारी ने लोगों से सहयोग करने और कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की.