गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज नुपुर शर्मा के समर्थन में खड़ा हो गया हैं। उसने यह भी कहा है कि मैं जामा मस्जिद जाकर मुसलमानों को बताना चाहता हूं कि उनके धर्मगुरु, मुसलमान और अन्य लोग इस पूरे विवाद पर क्या कहते हैं।
यति नरसिंहानंद ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि अगले शुक्रवार, 17 जून को इस्लामिक किताबों को लेकर, जुमा की नमाज के बाद दिल्ली की जामा मस्जिद जाऊंगा। उस दिन वहां लाखों लोग इकट्ठा होते हैं, बड़े-बड़े मौलाना होते हैं। मैं वहां उन लोगों को दिखाना चाहता हूं कि जिन बातों को लेकर वह हम पर फतवा जारी करते हैं ये उनकी ही किताब में लिखा है।’
यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि ‘हम कुछ गलत या झूठ नहीं बोल रहे हैं। हम इस्लामिक किताबों में लिखी बातों को ही बोल रहे हैं। इस पर वो सर काटने की धमकी देते हैं। जिस तरह से इस्लामिक आतंकवाद फैला रहे हैं, यह उनकी किताब में लिखा है। मैं किताब, सीडी और मोबाइल लेकर अकेले जामा मस्जिद आऊंगा।’ उसने कहा कि ‘नुपुर शर्मा के साथ जो किया गया, वो उनकी गलती नहीं है। ये भारत के कायर नेताओं का इस्लाम से डर या वो बिक गए हैं, उनके कारण हमारी यह दुर्गति है।’
महंत गिरी ने कहा, ‘मुझे पता है कि वहां जाने पर मेरी हत्या भी हो सकती है लेकिन ऐसे जीने से अच्छा तो वहां जाकर मर जाना ही ठीक है। बड़े शर्म की बात है कि ऐसा लगा रहा है, जैसे इस्लामी गुलामी इस देश में भी आ गई है, इसे सब स्वीकार कर लें लेकिन मैं ये सब स्वीकार नहीं कर पाऊंगा। मैं जामा मस्जिद जाकर लोगों को उनकी ही किताब के बारे में जानकारी देना चाहता हूं।’