यरूशलम. इजराइल की सेना ने कहा है कि वह वेस्ट बैंक में फलस्तीनियों के घरों की देर रात की जाने वाली निगरानी को बंद करेगी जो घरों और वहां रहनेवाले लोगों के बारे में सूचना जुटाने पर केंद्रित थी.
सेना विगत में अपनी इस कार्रवाई का यह कहकर बचाव करती रही है कि उग्रवादी समूहों के खिलाफ आवश्यक कदम के रूप में यह खुफिया जानकारी जुटाने के लिए जरूरी है. लेकिन मानवाधिकार समूह इसकी यह कहकर आलोचना करते रहे हैं कि कार्रवाई आम लोगों को डराने के लिए है.
इजराइली सेना ने मंगलवार को कहा कि वह सिर्फ ‘‘अपवादजनक परिस्थितियों को छोड़कर’’ वेस्ट बैंक में रात में की जाने वाली फलस्तीनी घरों की अपनी निगरानी और छापेमारी को बंद करेगी.
संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन और इजरायल की जंग पर भारत की प्रतिक्रिया
फिलिस्तीन (Palestine) और इजरायल (Israel) के बीच पिछले कई दिनों से जारी जंग पर भारत (India) ने संयुक्त राष्ट्र में अपनी प्रतिक्रिया दी है. भारत ने हिंसा की निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) की बैठक में दोनों पक्षों में यथास्थिति में एकतरफा बदलाव न करने की अपील की है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि ग़ज़ा पट्टी में जिस तरह से रॉकेट से हमले किए गए उन हमलों की भारत कड़ी निंदा करता है. इसके साथ ही दोनों देशों से अपील करता है कि वह तत्काल तनाव कम करें और शांति की ओर अपने कदम बढ़ाएं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रविवार को मध्य पूर्व में जारी हालात पर खुली बैठक की. इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इजराइल और ग़ज़ा के बीच तनाव को ‘बेहद गंभीर’ करार दिया. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि पिछले सप्ताह पूर्वी यरुशलम में शुरू हुई हिंसा के नियंत्रण से बाहर जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है.