तेल अवीव, जून 30: साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इजरायल लगातार नये नये कीर्तिमान बना रहा है और इस बार इजरायल के वैज्ञानिकों ने टेक्नोलॉजी का ऐसा नमूना पेश किया है, जिसके बारे में शायद किसी भी देश ने कल्पना नहीं की होगी। जी हां, इजरायली रक्षा मंत्रालय ने अपने देश की पोलारिस सॉल्यूशन कंपनी के साथ मिलकर आश्चर्यजनक टेक्नोलॉजी का निर्माण किया है, जिसके तहत इजरायली सैनिक पूरी तरह से अदृश्य हो जाएंगे, गायब हो जाएंगे और फिर हमला भी कर सकेंगे
गायब हो जाएंगे सैनिक
इजरायल की कंपनी पोलारिस सॉल्यूशन ने जिस डिजाइन का निर्माण किया है, उसका इस्तेमाल करने के बाद इजरायली सैनिक दुश्मनों की नजर से पूरी तरह गायब हो जाएंगे और दुश्मनों के लिए इजरायली सैनिकों की पहचान करना करीब करीब नामुमकिन होगा। इजरायली रक्षा मंत्रालय ने इस तकनीक को किट-300 नाम दिया गया है और इसे मेटल, माइक्रोफाइबर और पॉलिमर से युक्त एक छुपा थर्मल दृश्य सामग्री का उपयोग करके बनाया गया है।
नहीं देख पाएंगे दुश्मन
रिपोर्ट के मुताबिक इसका इस्तेमाल करने के बाद इजरायली सैनिक पत्थर की तरह दिखने लगेंगे और दुश्मनों को लगेगा कि उनके सामने कोई सैनिक नहीं, बल्कि बड़े-बड़े पत्थर रखे हुए हैं। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के बाद इजरायली सैनिकों को पहचानना आसान नहीं होगा। इस सामग्री को हल्के स्ट्रेचर में बदला जा सकता है। इसे पहनने पर इजरायली सैनिकों को इंसानी आंखों और थर्मल इमेजिंग इक्विुपमेंट की मदद से पहचाना नहीं जा सकेगा।
शीट का वजन सिर्फ आधा किलो
रिपोर्ट के मुताबिक इस उपकरण को इजरायली सैनिक अपने शरीर में कवर कर सकते हैं या फिर लपेट सकते हैं। या इसे एक पहाड़ी इलाके की तरह दिखने के लिए जोड़ सकते हैं। इजराइली रक्षा मंत्रालय के विशेषज्ञ गाल हरारी ने कहा है कि अगर कोई शख्स इन सैनिकों को दूरबीन की मदद से देखना चाहेगा तो वह सैनिकों को पहचान नहीं पाएगा। इस शीट का वजन सिर्फ आधा किलो है। वहीं, इजरायली रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी यनेट ने कहा कि, इसका परीक्षण इज़राइल डिफेंस फोर्स द्वारा कर लिया गया है, और अब इसका बड़े पैमाने पर निर्माण किया जाएगा।
हर स्थिति में करेगा काम
इजरायली रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किसी भी परिस्थिति में किया जा सकता है और अगर किसी इजरायली सैनक को लगता है कि वो दुश्मनों से घिर गया है तो फिर वो इस शीट का इस्तेमाल कर दुश्मनों को धोखा दे सकेगा। रिपोर्ट के मुताबिक इसे बंडल के रूप में मोड़ा जा सकता है। इजरायली सेना ने इसका परीक्षण किया है और अब इसे सेना में शामिल किया जा रहा है। इस तरह का छल आवरण बनाने का विचार पोलारिस सॉल्यूशंस के सह-संस्थापक आसफ ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों से लिया है। 2006 के लेबनान युद्ध के दौरान आसफ इजरायली सेना में थे और उन्होंने पाया कि सैनिक अपने दुश्मनों के थर्मल इमेजिंग उपकरणों के सामने पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने इस तकनीक को बनाने की प्लानिंग की थी। अब यह कंपनी इस तकनीक को अमेरिका और कनाडा को भी देने पर विचार कर रही है।