ईरानी विदेश मंत्रालय ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर एक इजरायली मिसाइल हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के दो अधिकारियों के मारे जाने की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह के हवाले से कहा गया है कि इस स्ट्राइक का बदला जरूर लिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि इजरायल को इसकी कीमत चुकानी होगी। हम जल्द ही इसका बदला लेंगे।
न्यूज एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट मुताबिक 8 मार्च की देर रात दो मृत लोगों की पहचान कर्नल एहसान करबलाईपुर और मुर्तजा सईदनेजाद के रूप में हुई है। ये दोनों अधिकारी ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में अब तक सैकड़ों ईरानी सैनिक मारे गए हैं। हालंकि ईरान कहता रहा है कि उसकी सेनाएं सिर्फ सलाहकार के तौर पर हैं।
सीरिया पर क्यों हमला करता है इजरायल?
इजरायल ने लगातार कहा है कि सीरिया में वह ईरान समर्थित आंतकी संगठनों पर हमले करता है। इजरायल का कहना है कि आतंकी संगठनों में लेबनन में सक्रिय हिजबुल्लाह प्रमुख रूप से शामिल है। हालांकि इजरायल इस तरह के हमले को अधिकतर स्वीकार नहीं करता है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि तेल अवीव ने गृहयुद्ध और उसके बाद से सीरिया में सरकार के नियंत्रण वाले कई इलाकों को भी निशाना बनाया है।