अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिले में एक सड़क निर्माण स्थल से लापता हुए 19 मजदूरों में से अभी तक 10 मजदूरों का बचाया जा चुका है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
जारी रहेंगी लापता मजदूरों की खोज
कुरुंग कुमे के उपायुक्त बेंगिया निघे ने बताया कि दो मजूदरों को रविवार को जिले के एक जंगल से बचाया गया, उनकी हालत नाजुक है। दोनों को पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है। बाद में उन्हें नाहरलगुन में ‘टोमो रीबा इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंस’ (टीआरआईएचएमएस) या कोलोरिआंग के जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।
उन्होंन कहा, ” खराब मौसम के कारण रविवार को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर बचाव अभियान नहीं चला पाए थे। मौसम की स्थिति को देखते हुए सोमवार को वे वापस तलाश अभियान में जुट सकते हैं।” निघे ने कहा, ” सभी लापता लोगों के मिलने तक जमीन पर खोज एवं बचाव अभियान जारी रहेगा।”
गौरतलब है कि असम के रहने वाले ये मजदूर भारत-चीन सीमा पर एक सड़क निर्माण स्थल से पांच जुलाई को उस समय भाग गए थे, जब उन्हें ईद के लिए घर जाने की अनुमति नहीं दी गयी थी। वे जंगल के रास्ते पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े थे और इसके बाद से ही उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। आठ और 11 लोगों के दो समूह निर्माण स्थल से रवाना हुए थे।
एक व्यक्ति ने रास्ते में तोड़ा दम
अधिकारियों ने बताया कि एक मजदूर शनिवार शाम को मिला था, जबकि सात अन्य मजदूरों को ग्रामीणों ने शुक्रवार रात को दामिन क्षेत्र में हुरी तथा फुरक के बीच सड़क पर बदहवास हालत में पाया था।निघे ने बताया कि बचाए गए लोगों के बयानों के अनुसार दो मजदूरों की फुरक नदी में गिरने से मौत हो गई, जबकि एक ने रास्ते में दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा, ” हालांकि बचाव दलों को अभी तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है।”