नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यह आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा कि उसकी सरकार ने वह राशि ‘कब्रिस्तान’ पर बर्बाद की जो गरीबों के लिए थी. योगी ने साथ ही यह भी आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार ने अक्षम उर्दू अनुवादक नियुक्त किये लेकिन संस्कृत स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों के लिए कुछ नहीं किया.
भाषा एजेंसी की खबर के अनुसार, समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं के परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार पर लोगों को ‘लूटने’ का आरोप लगाया.
जो लोग उर्दू भाषा नहीं जानते थे उन्हें उर्दू अनुवादकों के रूप में नियुक्त किया
योगी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार के दौरान, गरीबों के लिए राशि ‘कब्रिस्तान’ जैसे विषयों पर बर्बाद की गई. जो लोग उर्दू भाषा नहीं जानते थे उन्हें उर्दू अनुवादकों के रूप में नियुक्त किया गया लेकिन संस्कृत स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों के लिए कुछ भी नहीं किया गया.
भारतीय जनता पार्टी सरकार ने संस्कृत स्कूलों की देखभाल की
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक गांव बटेश्वर के दौरे के दौरान आदित्यनाथ ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने संस्कृत स्कूलों की देखभाल की है.
आदित्यनाथ ने आयकर छापों पर कहा कि पिछली सरकार ने लोगों को लूटा था. उन्होंने कहा कि वे पिछले पांच साल से सत्ता से बाहर हैं, फिर भी उनके घरों से 200 करोड़ रुपये का पता चला है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह पैसा कहां से आया? ऐसा लगता है कि जब वे राज्य में सत्ता में थे, तब इसे लूटा और जमा करके रखा गया.