मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशन एयरपोर्ट पर अचानक कुछ शिवसैनिक पहुंचे और वहां लगे एक बोर्ड को तोड़ना शुरू कर दिया. शिवसैनिकों ने उस बोर्ड को पूरी तरह से तोड़ दिया, जिस पर अडानी एयरपोर्ट्स (Adani Airports) लिखा था. उनकी नाराजगी इस बात से थी कि छत्रपति शिवाजी महाराज अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट की जगह पर अडानी नाम का बोर्ड लगाया गया था. नाराज शिवसैनिकों का कहना है कि 1 अगस्त की शाम को छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले के सामने अडानी ग्रुप ने ये बोर्ड लगाया था.
बता दें कि देशभर के कई एयरपोर्ट्स की जिम्मेदारी अडानी ग्रुप को दी गई है. जिसमें वो अगले कई सालों तक एयरपोर्ट के रखरखाव का काम देखेंगे. इसी के तहत हाल ही में अडानी ने GVK से मुंबई एयरपोर्ट के मालिकाना अधिकार हासिल किए थे. जिसके बाद अडानी एयरपोर्ट्स का ये बोर्ड एयरपोर्ट के बाहर लगाया गया था.
इस पूरे मामले को लेकर अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग लिमिटेड (AAHL) की तरफ से भी बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि, पिछली घटनाओं को देखते हुए अब हम ये आश्वस्त करते हैं कि AAHL ने अडानी एयरपोर्ट्स ब्रांडिंग का बोर्ड बदला और छत्रपति शिवाजी के नाम में कोई भी बदलाव नहीं किए गए हैं. एयरपोर्ट पर अब भी वही पुरानी ब्रांडिंग है. सरकार और एविएशन मिनिस्ट्री के सभी नियमों का हम पालन कर रहे हैं.