हुबली (कर्नाटक), 17 अप्रैल। कर्नाटक राज्य के पुराने हुबली शहर में एक व्यक्ति को सोशल मिडिया पर पोस्ट करना भारी पड़ गया। इस सोशल मीडिया पोस्ट के कारण आज रविवार की सुबह काफी संख्या में लोगों ने कथित रूप से शहर में हंगामा किया। गुस्साऐ लोगों ने पुलिस की गाड़ियों, अस्पताल और एक मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान कुछ पुलिस अधिकारियों के घायल होने की खबर है।
उत्तरी कर्नाटक के हुबली शहर में छेड़छाड़ कर डाली गई एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कुछ लोग सड़कों पर उतर आए. उग्र भीड़ को शांत कराने के लिए पुलिस ने हवा में नौ राउंड गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने रबड़ की गोलियों का भी इस्तेमाल किया.
क्या था पोस्ट में ?
दुनिया भर के मुसलमानों के सबसे पवित्र स्थल में से एक मस्जिद ए नबवी पर बजरंग दल के कार्यकर्ता ने एडिटिंग कर उस पर भगवा झंडा लगाने का एक मॉर्फ्ड वीडियो सोशल मीडिया पर डाला जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई
उग्र भीड़ को शांत कराने के दौरान कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. इस दौरान भीड़ ने पुलिस के वाहन में आग भी लगा दी.
यह घटना बीती रात यानि शनिवार रात की नमाज़ के बाद की है. नमाज़ के बाद कुछ लोगों का समूह पुराने शहर के थाने के सामने आकर जमा हो गया, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल का भी इस्तेमाल किया.
CRPC की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू
मामले को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हुबली शहर में CRPC की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त लभू राम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि, “लगभग 70-80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। ड्यूटी पर तैनात हमारे 12 अधिकारी घायल हो गए और कुछ पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त किए गए हैं।’’
पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया है, उन्हें हम नहीं बख्शेंगे।”
सोशल मीडिया पोस्ट बनी वजह
हुबली के पुलिस आयुक्त लाभू राम ने बीबीसी हिंदी को बताया, “मुसलमानों के एक धार्मिक स्थल को अपवित्र करने वाले मार्फ्ड वीडियो को पोस्ट करने वाले शख़्स को गिरफ़्तार कर लिया गया है. इस वीडियो को लेकर लोगों में काफी नाराज़गी थी और उन्होंने इसके ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई थी.”
लाभू राम ने बताया कि जल्दी ही भीड़ हिंसक हो गई और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने पुलिस के एक वाहन को भी नुकसान पहुंचाया.
राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने पत्रकारों को बताया कि इस हिंसा में सात पुलिस वाले घायल हुए हैं. उनमें से एक इंसपेक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी स्थिति नाज़ुक है.
इससे एक दिन पहले, हुबली के जुड़वां शहर धारवाड़ में श्रीराम सेने ने अपने उन छह सदस्यों को सम्मानित किया जो एक मुस्लिम विक्रेता के तरबूज़ों को नष्ट करने के आरोपी थे.
इन लोगों ने हुबली के एक स्थानीय मंदिर के पास तरबूज़ बेचने वाले एक मुस्लिम विक्रेता के फलों को बर्बाद कर दिया था. यह विक्रेता दसियों साल से अधिक समय से मंदिर के पास तरबूज़ और दूसरे फलों को बेचा करता है.
लेकिन बीते सप्ताह इन छह लोगों का समूह उस विक्रेता के आउटलेट पर पहुंचा और उन्होंने इस फल विक्रेता के क़रीब आठ से दस क्विंटल तरबूज़ नष्ट कर दिये.
एक ओर जहां शनिवार देर रात हुबली में तनाव का माहौल रहा वहीं दूसरी ओर हज़ारों की संख्या में लोग कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पारंपरिक त्योहार करगा मनाने के लिए पुराने शहर में जमा हुए. करागा पुराने बेंगलुरू शहर का एक महत्वपूर्ण त्योहार है.