उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र की एक महिला ने 08 दिसंबर 2021 को पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री के बेटे पर बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। डेढ़ माह बाद न तो युवती बरामद हुई और न ही पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया।
परिजनों ने एसपी ऑफिस में न्याय की गुहार लगाई थी। बताया जा रहा है कि कोई सुनवाई न होने पर सोमवार को युवती की मां ने लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर पूर्व सीएम अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे आत्मदाह का प्रयास किया। इसके बाद उन्नाव पुलिस सक्रिय हो गई है और सीडीआर समेत अन्य जगहों पर छानबीन में जुट गई है।
सदर कोतवाली क्षेत्र की महिला ने पिछले दिनों एसपी दफ्तर में प्रार्थना पत्र दिया था कि 08 दिसंबर 2021 को राजोल सिंह उर्फ अरुण सिंह पुत्र स्व. फतेह बहादुर सिंह (पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री) निवासी कल्याणी देवी ने अपने कई साथियों के साथ बाजार जाते समय उसकी 22 वर्षीय बेटी का अपहरण कर लिया है। आरोप लगाया कि पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया मगर आरोपित के पूर्व मंत्री के घर का होने से पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर रही है। मां का कहना है कि वह सीओ सिटी कृपा शंकर से गुहार लगाती रही, मगर उसकी सुनवाई नहीं की गई।
सोमवार को लखनऊ में मां ने आत्मदाह का प्रयास किया है। पिता ने बताया कि बेटी को राजोल सिंह उर्फ अरुण सिंह पूर्व मंत्री के बेटे ने अगवा कर लिया है। आज 50 दिन बाद भी बेटी की कोई खोजबीन नहीं हो रही है। एसपी के पास पांच बार व सीओ के पास पांच छह बार और डीएम के पास तीन चार बार शिकायत की। सदर विधायक पंकज गुप्ता से भी तीन चार बार कहा कि कोई अधिकारी हमारी सुनवाई नहीं कर रहा है। सीओ पर आरोप है कि आरोपित को बुलवाकर समय देकर छोड़ दिया जाता है, गिरफ्तारी नहीं हो रही है।
भाजपा ने किया महिला के आत्मदाह का वीडियो ट्वीट
सपा के पूर्व मंत्री के बेटे पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाकर लखनऊ पहुंच कर अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने महिला की आत्मदाह की वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। इस वीडियो को देखकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं तो भाजपा ने भी सपा सरकार पर वीडियो के जरिए अखिलेश पर तंज कसा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने वीडियो ट्वीट कर लिखा, समाजवाद का समाज के प्रति असंवेदनशीलता तो देखिये..
सपा नेता के पुत्र रजोल सिंह ने बेटी को बंधक बनाया हुआ है, न्याय के लिए माँ जब सपा कार्यालय के बाहर अखिलेश जी से मिलने आई तो अखिलेश जी ने पीड़िता की मां से मिलने के बजाय उन्हें घसीट कर के हटवा दिया..
समाजवाद का यही न्याय मॉडल है।