कांग्रेस ने कहा है कि पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ नहीं आई तो सुरक्षा में चूक का बहाना बनाकर इस जनसभा को रद्द किया गया।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप करने के बजाय बीजेपी और प्रधानमंत्री को अपने ‘किसान विरोधी रुख’ पर आत्ममंथन करना चाहिए और प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को धूमिल नहीं करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि सड़क मार्ग का उपयोग करना प्रधानमंत्री के पहले से तय कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था और खुद मोदी ने सड़क मार्ग से जाने का फैसला अचानक किया।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी पंजाब और अन्य राज्यों में हार तय देखकर ऐसे हथकंडे अपना रही है जो प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देता। आज पंजाब में कुर्सियां खाली थीं, लोग नहीं पहुंचे थे। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बीजेपी को लेकर किसानों और आम लोगों में रोष है। ऐसे में बीजेपी की ओर से ऊल-जलूल बातें की जा रही हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि क्या आप जानते हैं कि किसान प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? उनकी मांग है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए, किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं, आंदोलन में जान गंवाने वाले 700 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर जल्द फैसला हो।
उन्होंने सवाल किया, ‘कुछ सौ किसान प्रदर्शन कर रहे थे तो क्या उन्हें गोली मार देनी चाहिए थी?’
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने में 15 मिनट का समय लग गया। ऐसे में प्रधानमंत्री को बहाना मिल गया। रैली में भीड़ नहीं आई तो सुरक्षा में चूक का बहाना बनाकर रैली को रद्द कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग से जाने का फैसला अचानक किया तो इसका दोष पंजाब सरकार पर नहीं डाला जा सकता।
उन्होंने कहा कि आप रैली करिए लेकिन जब भीड़ न आए तो बहाना बनाकर आरोप मत लगाइए। उत्तर प्रदेश में हार तय देखकर फायदा उठाने की कोशिश मत कीजिये।
3 करोड़ पंजाबियों का अपमान कर, उनको अपनी जान का दुश्मन ठहरा, दुनिया के सामने उनका सिर झुका कर आपने क्या हासिल किया मोदी जी जब कि आपके इर्द गिर्द तो आप ही के समर्थक थे? pic.twitter.com/4CN3UCzBV6