ग़ज़्जा पट्टी से लगे इलाक़े में इस्राईल की ओर से सैन्य अभ्यास का एलान किए जाने के साथ ही दसियों हज़ार फ़िलिस्तीनियों ने फ़िलिस्तीन मुक्ति जनमोर्चा नामक संगठन की स्थापना की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में व्यापक प्रदर्शन किए और एलान कर दिया कि इस्राईल की कोई भी चाल ज़मीनी सच्चाई को बदल नहीं सकेगी और फ़िलिस्तीनी आख़िर तक अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे।
….फ़िलिस्तीनी नेता ने कहा कि इस्राईलियों को यह भ्रम है कि दक्षिणी मोर्चे पर शांति है मगर ग़ज़्ज़ा पट्टी का इलाक़ा लगातार अपनी तैयारियों में लगा हुआ है। फ़िलिस्तीनी संगठन अपने आप्रेशन रूम में बैठकर लगातार अपनी योजनाओं पर काम कर रहे हैं और अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं। यक़ीनन वह समय भी नज़दीक आएगा जब फ़िलिस्तीनी संगठन फ़ैसला करेंगे कि उन्हें कब कहां किस तरह आप्रशेन शुरू करना है। वह समय फ़िलिस्तीन की विजय का समय होगा।….एक अन्य फ़िलिस्तीनी नेता ने कहा कि इस्राईल की धमकियों का हमारे इरादों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। जब तक इ स्राईल का ग़ैर क़ानूनी कब्ज़ा जारी है हमारे पास यह अधिकार है कि अतिग्रणकारियों को अपनी धरती से बाहर निकालने के लिए अपना प्रतिरोध जारी रखें….। इस प्रदर्शन में भाग लेने वाले फिलिस्तीनियों ने इस्राईल से रिश्ते क़ायम करने के अरब सरकारों के फ़ैसले की खुलकर निंदा की और कहा कि इस्राईल के महिमामंडन की हर कोशिश नाकाम होगी।…..एक अन्य फ़िलिस्तीनी नेता ने कहा कि इस्राईल की धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं। इसका हम पर कोई असर होने वाला नहीं है। अगर हम डर गए होते तो आज प्रतिरोध नाम की कोई चीज़ बाक़ी ही न रहती।…. प्रदर्शनकारियों का संदेश है कि इस्राईल से संबंध बहाल करने वाली अरब सरकारों का विरोध ज़रूरी है। इस्राईल लाख कोशिशें कर ले उसे हरगिज क़ानूनी दर्जा नहीं मिलेगा वह हमेशा ग़ैर क़ानूनी रहेगा।