इंडिया टीवी के पत्रकार सौरव शर्मा के शो पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं रात को सफर नहीं करती हैं,क्योंकि एक डर का माहौल है। ऐसे में पत्रकार ने ओवैसी से सवाल किया कि 10-20 घटनाओं के चलते ऐसा कहना ठीक होगा? इस पर ओवैसी ने रिएक्ट किया और कहने लगे कि ‘चलिए मैं आपके साथ पैंट शर्ट पहन कर चलता हूं।’
शो पर ओवैसी से पत्रकार सौरव शर्मा ने कहा- ‘ये जो घटनाएं होती हैं, जिनका आपने जिक्र किया, कई लोग कहते हैं 140 करोड़ लोगों के देश में 10-20 घटनाओं का जिक्र करते हुए कहना कि पूरा समाज बंट चुका है, हर जगह गली-मोहल्ले में मुसलमान को टारगेट किया जा रहा है। ये बात कहां तक जायज है?’
इस पर ओवैसी जावाब देते हुए कहते हैं- ‘आप सिर्फ दस कह रहे हैं? ये गलत है, ये रोज होता है। मैं आपको बता रहा हूं कि दिल्ली से अगर कोई ट्रेन निकलती है ना, आप और हम जाएंगे चलिए। मैं भी शर्ट-पैंट पहन कर चलता हूं, देखेंगें कितने मुस्लिम लोग हैं ट्रेन में बैठने वाले। आप घूमते फिरते पूछिए कि क्या माहौल है?’
उन्होंने आगे कहा- ‘अरे भाई माहौल तो आपने पैदा कर दिया ना खौफ का। कोई अगर चूड़ियां बेचने जाता है, ये जो चौरा चौरी की घटना है, लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उन्हीं की बिरादरी का आदमी जब मध्यप्रदेश में चूड़ी बेचने जाता है, तो मारा जाता है। कोई तरकारी बेचता है तो कहा जाता है कि आधार कार्ड बता, तू यहां पर क्यों आया है? आखिर कौन कर रहा है ये? क्यों कर रहे हैं लोग? इसलिए कर रहे हैं ताकि एक मैसेज चला जाए। वीडियो रिकॉर्ड करेंगे और फिर उसको सोशल मीडिया पर फैलाएंगे, बस काम हो गया आपका, यहां पर यही तो हो रहा है।’
सौरभ शर्मा ने आगे पूछा- ‘यहां पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको तालिबान अच्छा लगता है। तो क्यों न बोलें इनके खिलाफ?’ जवाब में ओवैसी कहते हैं- अरे मुझे क्या करना है अफगानिस्तान से, न मेरे अब्बा हैं, न मेरे दादा हैं। आप पूछ लीजिए किसी मुसलमान से, वो बोलेगा हां होगा कहीं अफगानिस्तान। बयान तो दूसरे लोगों ने भी दिया ना।’
ओवैसी ने मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा- ‘हद तो ये है कि हमारी सरकार भारत की टेरिटरी में तालिबान को बुला कर कबाब खिलाए, तब क्या हुआ? मैं आज भी कह रहा हूं कि मोदी सरकार को साफ साफ देश को बता देना चाहिए कि तालिबान टेरेरिस्ट ऑर्गनाइजेशन है या नहीं। मुझे क्या करना है तालिबान से मुझे मतलब ही नहीं है। मेरा मानना है कि जो कुछ अफगानिस्तान में तब्दीली आई है, ये भारत के लिए ठीक नहीं है। इससे चीन और पाकिस्तान मजबूत हुआ है।’