भोपाल: फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर कथितरूप से विवादित टिप्पणी करना मध्य प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नियाज खान को भारी पड़ सकता है।
जानकारी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि नियाज खान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने ट्विटर पर जिस तरह से फिल्म के विषय को लेकर विवादित पोस्ट लिखी है, वह उनके सर्विस रूल के खिलाफ है।
इस बीच आईएएस नियाज खान ने रविवार को भी ट्वीट किया और कहा, “अगर आप सच बोलते हैं तो कट्टरपंथी आप पर हमला करना शुरू कर देते हैं। सोशल मीडिया मेरे खिलाफ गालियों से भरा हुआ है। ऐसे नफरत करने वालों की भाषा उनकी निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा को ही दर्शाती है। शिक्षित लोग सभ्य भाषा का बड़े तरीके से उपयोग करते है, लेकिन आधुनिक शिक्षा सभ्य नागरिक बनाने में विफल रही।”
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि वो अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं। वरिष्ठ लोकसेवक पद पर रहते हुए वो सर्विस की आचार संहिता को तोड़ रहे हैं। आईएएस नियाज खान फिरकापरस्ती और अराजकता फैला कर लाइम लाइट में आना चाहते हैं, जो सीधे-सीधे सर्विस रूल का उल्लंघन है।
इसके साथ ही शिवराज सरकार के मंत्री ने संकेत दिया है कि आईएएस नियाज खान पर मध्य प्रदेश सरकार एक्शन ले सकती है। भोपाल के नरेला क्षेत्र के विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और मैं आज ही प्रदेश के कार्मिक विभाग को पत्र लिख रहा हूं कि उनके खिलाफ यथोचित कार्यवाही की जाए।
मालूम हो कि बीते शनिवार को ही भाजपा के एक अन्य विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी आईएएस नियाज खान की टिप्पणी पर कठोर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहते हुए वो सिर्फ एक वर्ग के प्रति आपकी चिंता प्रदर्शित करके लोक सेवा के विरूद्ध जा रहे हैं। अगर उन्हें वर्ग विशेष का रहनुमा बनना है तो आईएएस की नौकरी छोड़ दें।
इसके साथ ही विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि मैं मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह करता हूं की आईएएस नियाज खान के कथन पर स्पष्टीकरण लिया जाए और पूछा जाए की देश में ऐसा कौन सा राज्य है, जहां मुसलमानों को मारा जा रहा है।