बाराबंकी: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का पोस्टर जलाते हुए एक आतंकवाद फैलाने की प्रवृति वाले पुजारी ने धमकी दी है कि अगर वो राष्ट्र विरोधी आदत छोड़ेंगे तो अगली बार पोस्टर की जगह वो खुद होंगे।
समाचार वेबसाइट ‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक लोकसभा सांसद ओवैसी को धमकी देने वाले पुजारी का नाम परमहंस दास है और उनका संबंध अयोध्या के तपस्वी छावनी मंदिर से है।
बीते शुक्रवार को पुजारी परमहंस दास ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो कथित तौर पर भड़काऊ बयान देकर देश की शांति को खतरे में डाल रहे हैं।
पुजारी ने ओवैसी को धमकी देते हुए कहा कि वो इस हरकत से बाज आ जाएं वर्ना आज तो उनका पोस्टर जलाया जा रहा है, अगर नहीं संभले तो कल वो पोस्टर की जगह खुद होंगे।
उदयपुर हत्याकांड के प्रति अपने गुस्से का इजहार कर रहे पुजारी परमहंस दास ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर ये लोग किस कारण से चुप बैठे हैं, वो राजस्थान के उदयपुर क्यों नहीं जा रहे हैं, जहां इस्लाम के अपमान के नाम पर दो हत्यारों ने एक हिंदू दर्जी की हत्या कर दी है।
लेकिन परमहंस दास ने इस मामले में अपने गुस्से की सबसे ज्यादा भड़ास ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर निकाली और उन पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ओवैसी की बातों से देश में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ रही हैं।
अपनी बातों को कहते हुए हद से आक्रामक होते हुए पुजारी दास ने कहा, “देश के सभी राष्ट्रविरोधी नेताओं को होश में आ जाना चाहिए नहीं तो आज उनका पोस्टर जल रहा है, कल उन्हें जिंदा जला दिया जाएगा।”
बाराबंकी के बडोसराय चौराहे पर ओवौसी का पोस्टर जलाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए परमहंस दास ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर हमला करते हुए कहा कि वे केवल उन्ही राज्यों का दौरा करते हैं, धरना-प्रदर्शन देते हैं, जहां कांग्रेस की सत्ता नहीं है।
उन्होंने कहा कि आखिर क्योंकि नहीं उनमें (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) से कोई भी राजस्थान का दौरा कर रहा है क्या इसलिए कि वहां पर उन्हीं की पार्टी की सरकार है। इसलिए वो इस मामले में शांत हैं। ऐसा नहीं चलेगा इस देश में, सत्ता के लिए ये लोग क्या-क्या नहीं करते हैं लेकिन एक हिंदू मर जाए तो इन्हें कोई दिक्कत नहीं होती है।
खबरों के मुताबिक जब परमहंस दास एआईएमआईएम प्रमुख का पोस्टर जला रहे थे तो वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे। उनमें से कुछ पुलिसकर्मियों ने आगे बढ़कर जलते हुए पोस्टर को पुजारी के हाथों से छीन लिया और परमहंस दास को बडोसराय चौराहे से दूर ले गये।
मालूम हो कि बीते 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में पेशे से दर्जी कन्हैया लाल की मोहम्मद रियाज अंसारी और गौस मोहम्मद ने उनकी दुकान पर कपड़े की नाप देने के बहाने गला रेत कर हत्या कर दी थी।
इतना ही दोनों हत्यारों ने वारदात का वीडियो बनाया और हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए उसे सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया था। वीडियो में आरोपियों ने कन्हैया लाल की हत्या का कारण नूपुर शर्मा के बयान को बताया था।
उनका कहना था कि उन्होंने इस्लाम का अपमान करने के लिए कन्हैया लाल की हत्या की है क्योंकि उन्होंने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। घटना को अंजाम देने के बाद फरार हुए दोनों आरोपियों को पुलिस ने महासमुंद से गिरफ्तार कर लिया था।