उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले जनसंख्या नियंत्रण अध्यादेश लाने पर कहा कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सही समय पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हर चीज का समय होता है। आप लोग कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन मंदिर निर्माण शुरू हो गया। अभी हमारे सामने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करना चुनौती है। इसके लिए हमने जनसंख्या नीति के तहत एक व्यापक अभियान शुरू किया है और भविष्य में कुछ भी होगा तो सबसे पहले मीडिया को पता चलेगा। हमारा कोई कार्य चुपके से नहीं होता, जो होगा नगाड़ा बजाकर करेंगे। सही समय आने पर जानकारी देंगे।’’
सीएम समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के एक ट्वीट को लेकर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘सपा और बुद्धि तो नदी के दो किनारे हैं’’ और प्रदेश एवं देश की जनता उनके ट्वीट पर हंस रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के हवाले से सोमवार को एक ट्वीट किया था, जिसमें दिखाया गया था कि उत्तर प्रदेश में दंगों में वृद्धि हुई है।
योगी ने मंगलवार को लखनऊ में एक निजी समाचार चैनल के ‘मंथन-2021’ कार्यक्रम में यादव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने (अखिलेश यादव ने) कल एक ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश में रिकार्ड दंगे हुए हैं, जबकि सच्चाई यह है कि एनसीआरबी ने देश भर के जो आंकड़े जारी किए, उनमें राज्य में सांप्रदायिक दंगे शून्य दिखाए गए थे।’’
योगी ने यादव की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘वे अपनी बुद्धि और विवेक से काम नहीं कर रहे। वे ट्विटर पर निर्भर रहने वाले लोग हैं। जब कोई प्रशिक्षक आएगा और बताएगा कि तुम्हें ये लाइन बोलनी है तो वे उसे बोलेंगे। सपा और बुद्धि तो नदी के दो किनारे हैं। उनके पास कोई ऐसा ‘बुद्धिमान’ आ गया होगा, जिसने दिमाग दूसरे किनारे रखकर उन्हें यह बताया होगा और उन्होंने वही ट्वीट कर दिया होगा। प्रदेश और देश की जनता उनके ट्वीट पर हंस रही है। इन लोगों से कोई क्या कह सकता है।’’
योगी से जब यह कहा गया कि अखिलेश कह रहे हैं कि ‘‘काम हमने किया और वह (योगी) तो सिर्फ फीता काट रहे हैं, तो मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि 2017 में ये जो जोड़ी (राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया था) आई थी, ‘‘इन दोनों की प्रवृत्ति ही उत्तर प्रदेश को अपमानित करने की है’’।