मध्य प्रदेश के भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Singh Thakur) एक बार फिर चर्चा में हैं। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हिस्सा लेने पहुंची सांसद प्रज्ञा ठाकुर सड़क पर मजार को लेकर कलेक्टर से उलझ गईं। उन्होंने कहा कि आप अतिक्रमण के नाम पर ठेले वालों पर कार्रवाई कर रहे हैं। फुटओवर ब्रीज का निर्माण हो गया, लेकिन बीच में मजार कहां से आ गई। उन्होंने कहा कि आप फुटपाथ पर हरा पोतकर चादर चढ़ा दोगे तो इसका क्या असर पड़ेगा।
भाजपा सांसद ने कहा कि क्या VIP रोड पर बनी मजार यातायात में बाध नहीं पहुंचाती है? उन्होंने अधिकारियों से पूछा, “क्या आदमी पैदल नहीं चलेगा, क्या जिस समय निर्माण हुआ था उसका, वह स्थान था?… नहीं था।” प्रज्ञा ठाकुर का कहना था कि मजार बाद में बनाई गई है। इस पर भोपाल के कलेक्टर ने अपनी तरफ से सफाई दी।
कलेक्टर ने भाजपा सांसद को समझाते हुए कहा कि उस स्थान पर मजार पहले से ही थी, वहां पर फुटपाथ बाद में बना। इस पर भाजपा सांसद ने कलेक्टर से कहा कि वे इसे वेरिफाई कराएं। प्रज्ञा सिंह ठाकुर का कहना था कि ये धार्मिक भावना का मामला नहीं है, धार्मिक भावना वहां होती है जहां उसका स्थान होता है। लेकिन अनाधिकृत क्यों? भाजपा सांसद ने कहा वे किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचा रही हैं, लेकिन अगर जबरदस्ती की बात है तो हम जब कानून बनाते हैं तो इन चीजों को देखना चाहिए।
इस बैठक के दौरान भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने जिला कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर से अतिक्रमण को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पुलिस नियम के मुताबिक अपना काम करे। भाजपा सांसद ने कहा कि किसी भी बाहुबली या नेता के दबाव में आकर नियमों का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। इस बैठक में ट्रैफिक विभाग द्वारा अधिकतम स्पीड लिमिट को संशोधित करने की मांग भी रखी गई। फिलहाल, यह लिमिट कई मार्ग पर 30 या 40 किलोमीटर प्रति घंटे है।