लव जिहाद पर दिए एक बयान को लेकर देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी सुर्खियों में आ गए हैं। कुरैशी ने कहा कि भारत में हिंदू लड़कियां मुस्लिम लड़कों को उड़ा ले जाती है। उन्होंने कहा कि इस तरह से मुस्लिमों को लव जिहाद से अधिक नुकसान हैं। बता दें कि एस वाई कुरैशी ने सिर्फ लव जिहाद पर बल्कि हिजाब विवाद और ईवीएम हैकिंग को लेकर भी अपनी राय रखी।
हिजाब विवाद पर क्या बोले: हिजाब विवाद पर कुरैशी ने कहा कि हिजाब कुरान का हिस्सा नहीं है लेकिन लड़कियों को शालीन कपड़े पहनने की बात की गई है। स्कूल यूनिफॉर्म में सिखों को पगड़ी और सिंदूर की इजाजत है, तो फिर हिजाब से किसी को क्यों परेशानी है। हिजाब जरूरी है या नहीं इसका फैसला मौलवी करेंगे, जज नहीं।
कुरैशी ने कहा कि अगर स्कूलों में सिखों को पगड़ी और हिंदुओं को सिंदूर पहनने की इजाजत है तो फिर मुस्लिमों को हिजाब पहनने से क्यों रोका जा रहा है।
लव जिहाद पर क्या बोले: पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि लव जिहाद महज एक प्रोपेगेंडा है। इसमें मुस्लिम लड़कियां अधिक खतरे में हैं। क्योंकि उनकी नजर से देखें तो कहा जा सकता है कि पढ़ी लिखी हिंदू लड़कियां मुस्लिम लड़कों को उड़ा ले जाती है। ऐसे में लव जिहाद से मुस्लिमों को अधिक नुकसान है।
ईवीएम पर कुरैशी क्या बोले: ईवीएम हैकिंग को लेकर कुरैशी ने कहा कि ईवीएम हमेशा विश्वसनीय रहा है। अगर इससे छेड़छाड़ होती तो भाजपा पश्चिम बंगाल में चुनाव जीत जाती। हालांकि बैलेट पेपर भाजपा के पक्ष में होता था। बता दें कि कुरैशी के बयानों के बाद अब एक नए विवाद को हवा मिल गई है।
भाजपा का पलटवार: कुरैशी के हिजाब वाले बयान पर बीजेपी के एमपी सोशल मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, ‘पढ़ने लिखने से कुछ नहीं होता। एस वाई कुरैशी ने अपने बयानों से साफ कर दिया है कि ट्विन टावर से आजाद मैदान और गांधी मैदान से गोधरा तक एक ही मानसिकता काम करती है।