दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित मुशायरे के बहाने बीजेपी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को साधने का एक और प्रयास किया। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ मुशायरे के अवसर पर कांग्रेस नेता के लिए केंद्र सरकार की तरफ से रेड कार्पेट व कटआउट लगाए गए। इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार के दो मंत्रियों मुख्तार अब्बास नकवी और जितेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया।
यह पहला मौका था जब केंद्र सरकार की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में किसी कांग्रेस नेता का पोस्टर लगाया गया था। केंद्र सरकार के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस नेता का जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम का आयोजन अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय की तरफ से किया गया था।गुलाम नबी आजाद, मुख्तार अब्बास नकवी और जितेंद्र सिंह के साथ वीवीआईपी कतार में बैठे थे। बताते चलें कि जितेंद्र सिंह पीएमओ में राज्य मंत्री है और जम्मू कश्मीर में लगातार सक्रिय रहे हैं।
बीजेपी जॉइन करने से किया था इनकार: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भाजपा में जाने के सवाल पर कहा था कि जिस दिन कश्मीर में काली बर्फ होगी उस दिन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाउंगा। साथ ही उन्होंने कहा था कि उस दिन मैं किसी अन्य पार्टी में भी शामिल हो जाउंगा।
पीएम मोदी संसद में हो गए थे भावुक: गुलाम नबी आजाद के राज्यसभा से विदाई के दिन पीएम मोदी भावुक हो गए थे। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में 2007 के आतंकवादी हमले का उल्लेख किया था। पीएम ने कहा था कि मैं कभी भी आजाद के प्रयासों और प्रणब मुखर्जी के प्रयासों को नहीं भूलूंगा। जब गुजरात के लोग एक आतंकवादी हमले के कारण कश्मीर में फंस गए थे। उस रात…गुलाम नबी जी ने मुझे फोन किया था…। मोदी ने राज्यसभा में कहा था कि इस घटना के बारे में जानकारी देने वाले आजाद पहले थे। उस घटना को बताते हुए आजाद भावुक हो गए थे।
पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की प्रशंसा करते हुए कहा था कि मैं उन्हें वर्षों से जानता हूं। हम एक साथ मुख्यमंत्री रहे थे। मुख्यमंत्री बनने से पहले भी हमने बातचीत की थी। आजाद साहब को बागवानी बहुत पसंद है जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं।