नई दिल्ली. सोशल नेटवर्क साइट फेसबुक ने बुधवार को घोषणा की कि वह यूजर्स के लिए अपनी फीड को कस्टमाइज करने के लिए नया फीचर पेश कर रहा है. अब यूजर्स प्यूपल, कम्युनिटी या आपके लिए रेकामेंड पोस्ट पर नए ‘Show more’ या कम ‘Show less’ बटन दिखाई देंगे.
इसके अलावा फेसबुक रील के साथ नए फीचर की टेस्टिंग भी शुरू करने जा रही है. कंपनी का कहना है कि आपको द्वारा सेलेक्ट किया गया विकल्प 60 दिन तक प्रभावी रहेगा.
कंपनी का कहना है कि अगर आप Show more विकल्प का चयन करते हैं, तो यह अस्थायी रूप से उस पोस्ट और इसी तरह की दूसरी पोस्ट्स के रैंकिंग स्कोर को बढ़ा देगा. यदि आप Show less विकल्प चुनते हैं, तो इससे अस्थायी रूप से पोस्ट की रैंकिंग स्कोर को कम कर देंगे.
60 दिनों तक प्राभवित होंगी पोस्ट
इस बारे में फेसबुक के एक प्रवक्ता ने टेकक्रंच से कहा कि आपके द्वारा किए गए सेलेक्ट किया विकल्प 60 दिनों के लिए आपके द्वारा देखी जाने वाली पोस्ट को प्रभावित करेगा. कंपनी का कहना है कि उसने इस समय सीमा को इसलिए चुना क्योंकि उसकी रिसर्च से पता चला है कि लोग चाहते हैं कि उनके द्वारा चुनी गई प्राथमिकता कुछ हफ्तों तक चलती रहे. इसलिए फेसबुक भी लोगों की बदलती प्राथमिकताओं के साथ रहना चाहता है.
समय-समय पर दिखाई देगा विकल्प
फिलहाल फेसबुक आपको केवल उन लोगों से पोस्ट हाइड की सुविधा देता है, जिन्हें आप फॉलो करते हैं. अब कंपनी आपके दोस्तों की पोस्ट और रेकामेंड पोस्ट के लिए टूल जारी कर रही है. बता दें कि फेसबुक समय-समय पर यूजर्स को Show more और Show less का विकल्प दिखाएगा. जल्द ही, यूजर्स ऊपरी-दाएं कोने में तीन-डॉट मेनू में टैप करके किसी भी समय बटन तक पहुंच सकेंगे.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनाएगा अधिक रेस्पोंसिव
सोशल नेटवर्क का कहना है कि यूजर्स को रैंकिंग के बारे में सीधी प्रतिक्रिया देने का एक नया तरीका देकर वह अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम को स्मार्ट और अधिक रेस्पोंसिव बना सकती है. इसके अलावा फेसबुक एक नई सेटिंग्स का टेस्टिंग कर रही है, जिससे यूजर्स को यह कस्टमाइज करने की अनुमति मिलेगी कि वे अपने फीड में दोस्तों और परिवार, ग्रुप, पेज और पब्लिक फीगर से कितनी कंटेंट देखते हैं. नई सेटिंग्स यूजर्स को यह चुनने की अनुमति देगी कि वे कौन सी पोस्ट कम या ज्यादा देखना चाहते हैं.
यूजर्स की शिकायतों का समाधान
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि इस तरह के फीचर्स आपको अधिक कंटेंट सर्च करने में मदद कर सकते हैं. लेकिन अगर आप ज्यादा कंटेंट देखना नहीं चाहते हैं, तो उसे कम कर सकते हैं. कंपनी ने कहा कि इन बदलाव के साथ यह संभव है कि फेसबुक उन यूजर्स की शिकायतों का समाधान करना चाहता है जो कहते हैं कि उनकी फीड बहुत अधिक पोस्ट से भरी हुई है जिसमें वे वास्तव में रूचि नहीं रखते हैं.