41 साल करीना कपूर खान(Kareena Kapoor Khan) दो बच्चों की मां बन चुकी हैं। फैमिली लाइफ के साथ-साथ वो अपना फिल्मी करियर भी बखूबी संभाल रही हैं। 40 की उम्र पार करने बाद भी उन्हें फिल्में ऑफर हो रही हैं और करीना मनमाना फीस भी वसूलती हैं। करीना कपूर खान बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से हैं जो सुर्खियों में छाए रहने की आदी हैं। सिर्फ फिल्में ही नहीं बल्कि करीना अपनी निजी ज़िंदगी की वजह से भी चर्चा में छा जाती हैं। बोल्ड और बिंदास करीना बेबाक भी हैं, साथ ही काफी मुखर भी। साल 2012 में करीना सैफ अली की दूसरी बीवी बनीं। अपने से 10 साल बड़े सैफ के साथ उन्होंने रजिस्टर्ड मैरिज किया और पटौदी परिवार की परंपरा को तोड़ते हुए अपना धर्म नहीं बदला।

पंजाबी परिवार की बेटी करीना कपूर को अक्सर मुस्लिम परिवार की बहू बनने की वजह से भी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है। बीते दिनों, करीना को छोटे बेटे जेह का नाम जहांगीर रखने पर बुरी तरह से ट्रोल किया गया था। ऐसी ही ट्रोलिंग तब भी हुई थी, जब सैफ-करीना ने अपने बड़े बेटे का नाम तैमूर रखा था। यहां तक कि जब, करीना को किसी फिल्म में सीता का रोल ऑफर किये जाने की बात सामने आई थी, तब भी कई हिंदूवादी संगठनों ने करीना को बुरी तरह से निशाने पर ले लिया था।

करीना की शादी के वक्त उन्हें निशाना बनाया गया था हांलाकि, सच तो ये है कि करीना आज भी हिंदू हैं।
सैफ अली खान से शादी के बाद करीना ने अपने नाम में ‘खान’ सरनेम जोड़ लिया था, लेकिन करीना ने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया है।

यहां तक की सैफ ने जब करीना को शादी के लिए प्रपोज़ किया था, तब करीना ने इस मैरिज प्रपोज़ल को एक शर्त के साथ स्वीकार किया था। करीना ने शर्त रखी थी कि वह शादी के लिए धर्म परिवर्तन नहीं करेंगी। करीना की इस शर्त को सैफ ने ही नहीं यहां तक शर्मिला टैगोर ने भी करीना के इस फैसले का सम्मान किया था।

बता दें, कि शर्मिला टैगोर ने जब 1969 में नवाब मंसूर अली खान से निकाह का फैसला लिया था, तब उन्हें अपनी सास साजिदा सुल्तान की जिद्द के चलते धर्म परिवर्तन करवाना पड़ा था। शर्मिला ने मुस्लिम धर्म अपनाया और आयशा सुल्तान बन गईं। वहीं, करीना के सामने ऐसी कोई शर्त नहीं रखी गई थी।

बता दें, कि सैफ और करीना अपने परिवार में दोनों धर्मों को समान सम्मान देते हैं। करीना के घर में ईद का जोरदार जश्न मनाया जाता है, तो दीवाली की रौनक भी दिखाई देती है।
बीते दिनों, करीना ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की थी। जिसमें सैफ और तैमूर भी गणपति बप्पा की पूजा करते हुए दिखे थे।

बप्पा के सामने हाथ जोड़े खड़े सैफ और तैमूर की काफी ट्रोलिंग भी हुई थी। कई मुस्लिम संगठनों ने सैफ की निंदा की थी।
हांलाकि, इस ट्रोलिंग से सैफ करीना को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

तैमूर, अब्बू सैफ के साथ ईद का जश्न मनाते दिखते हैं, तो मम्मी करीना के साथ वो दीवाली के पटाखे छुड़ाते हैं।
सैफ और करीना के परिवार में रक्षा बंधन का त्योहार भी मनाया जाता है। हर साल घर के सभी भाई बहन एक दूसरे को राखी बांधते हैं।
सैफ और करीना दो अलग अलग धर्म के हैं और दोनों एक दूसरे के धर्म और त्योहारों को पूरा सम्मान देते हैं। ईद, दीवाली, होली रक्षाबंधन, गणेश उत्सव हर त्यौहार को पूरे जोश के साथ सेलिब्रेट किया जाता है।