महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते ने जासूसी के आरोप में पुणे से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के एक वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर कोगिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक़ , पुणे में डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन करते हुए, व्हाट्सएप के द्वारा सेपाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (पीआईओ) के गुर्गों के साथ संपर्क पाया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “एक जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद, डीआरडीओ के अधिकारी ने संवेदनशील सरकारी रहस्यों से समझौताकरते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया है, जो भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है।”
DRDO के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया, हमारी जांच में यह साबित होने के बाद कि वह संवेदनशील सूचनाएं लीक कर रहे थे, वैज्ञानिक कोप्रयोगशाला निदेशक के पद से तत्काल हटा दिया गया है।
कुरुलकर 2022 से ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के संपर्क में था।
महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने कुरुलकर को सरकारी गोपनीयताकानून के तहत पुणे से गिरफ्तार किया था। यह हनीट्रैप में फंसाकर गोपनीय जानकारी जुटाने का मामला है। पाकिस्तान की महिला खुफिया एजेंट नेव्हॉट्सएप के जरिये आरोपी से संपर्क किया था और तभी से वे व्हाट्सएप मैसेज और वीडियो कॉल के जरिये लगातार संपर्क में थे। एटीएस अधिकारीके अनुसार पूछताछ के दौरान कुरुलकर ने माना कि उसने महिला के साथ वीडियो चैट की थी।