गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव में भी हापुड़ जिले की धौलाना विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का रुख सबसे अहम होगा. 2012 में परिसीमन के बाद धौलाना विधानसभा सीट बनी थी. पूर्व में यह क्षेत्र मोदीनगर विधानसभा सीट का हिस्सा रहा.
9 साल पहले भाजपा से छिटक गई यह सीट
2012 में धौलाना से पहले विधायक समाजवादी पार्टी के धर्मेश तोमर रहे. राजपूत बाहुल्य क्षेत्र साठा चौरासी की यह सीट (पूर्व में मोदी नगर ) भाजपा का गढ़ रही. लेकिन 2012 में हापुड़ जिला बनने के बाद यह सीट भाजपा से छिटक गई.
2012 में यहां कुल 16 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे, जिनमें 13 की जमानत जब्त हो गई थी.
इतने प्रतिशत है मुस्लिमों मतदाता
इस क्षेत्र में लगभग 40 फीसदी से ज्यादा मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं. इन पर कांग्रेस-सपा गठबंधन और बसपा दोनों की नजर है. हालांकि भारतीय जनता पार्टी भी 2017 विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए दो साल पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी. धौलाना में करीब 3.79 लाख मतदाता हैं और इनमें से 40% से ज्यादा मुस्लिम समुदाय से हैं.
कुल मतदाता 3.79 लाख
जाति मतदातामुस्लिम- डेढ़ लाखठाकुर- 70 हजारदलित- 50 हजारब्राह्मण- 20 हजारयादव- 8 हजारजाट- 7 हजारअन्य- 43 हजार एक जमाना था जब धौलाना विधानसभा मोदीनगर तक हुआ करती थी और हर बार जीत पर भाजपा का कब्जा हुआ करता था. स्व. नरेंद्र सिंह शिशौदिया लगातार भाजपा के टिकट पर कई बार विधायक निर्वाचित हुए. वर्ष 2012 में धौलाना विधानसभा से मोदीनगर अलग होकर नई विधानसभा बन गई और यहीं से भाजपा की हार शुरू हुई. वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ते हुए धर्मेश तोमर ने जीत हासिल की. भाजपा प्रत्याशी वाइपी सिंह तीसरे नंबर पर रहे.
वर्ष 2017 के चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी रमेश चंद तोमर पराजित हुए. बसपा से असलम चौधरी ने जीत हासिल की.
1 असलम अली बसपा 88580 34.90%2 रमेश चंद तोमर भाजपा 85004 33.49%3 धर्मेश सिंह तोमर सपा 71786 28.28%4 नागेंद्र सिंह रालोद 3025 1.1
धौलाना विधानसभा का मतदाता आंकड़ा – धौलाना विधानसभा में गांव – 120 नगर पंचायत – 1 डासना नगर पालिका – 1 पिलखुवा कुल मतदाता – 3.75 लाख धौलाना विधानसभा से बसपा के विधायक हाजी असलम चौधरी डांसना मंदिर पर दिए गए बयानों को लेकर एक समय खूब चर्चा में रहे थे. इसके अलावा 53 वर्षीय चौधरी पर हफ्ता वसूली का भी आरोप लग चुका है.
क्षेत्र के बड़े मुद्दे
धौलाना विधानसभा का सबसे बड़ा मुद्दा औद्योगिक क्षेत्र का विकास नहीं होना है. इसके अलावा ग्राम पंचायत धौलाना को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने की मांग हमेशा से उठती रही है.