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Thursday, April 25, 2024

कर्नाटक में विवाद के बाद उज्जैन में ‘हिजाब’ की बिक्री पर सामने आए ‘चौंका’ देने वाले आकंडे

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कर्नाटक में हिजाब पर छिड़े विवाद के बीच चौंकानेवाली खबर सामने आई है. खुलासा हुआ है कि हिजाब की बिक्री में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. दुकानदार के चेहरे भी इस बदलाव के कारण खिल गए हैं. उज्जैन की बात करें तो अकेले शहर में ही 25 से 30 फीसद तक हिजाब की बिक्री में उछाला आया है. दुकानदार लगातार सप्लायर को ऑर्डर लिखा रहे हैं. 

मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का हिजाब पर दिए बयान के बाद एक और नया वीडियो सामने आया है. वीडियो में मंत्री इंदर सिंह परमार बयान पर सफाई देते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्कूलों की व्यवस्था पहले की तरह चलती रहेगी.

हिजाब विवाद ने धंधे में किया इजाफा

मंत्री का बयान आने के बाद हिजाब की बिक्री बढ़ गई है. हिजाब का कारोबार करने वाले मोहम्मद हनीफ बताते हैं कि स्कूली बच्चों से लेकर कॉलेज की लड़कियां भी हिजाब खरीदने के लिए लगातार आ रही हैं और अभिभावकों के साथ दुकान पर पहुंचकर हिजाब खरीद रही हैं. उज्जैन में 25 साल से हिजाब का कारोबार कर रहे जैकीउद्दीन बताते हैं कि हिजाब मुंबई से बनकर आता है और विवाद सामने आने के बाद बिक्री में बढ़ोतरी हुई है.

दुकानदारों को कोरोना काल में बिक्री बढ़ने की उम्मीद नहीं थी लेकिन हिजाब विवाद ने धंधे में इजाफा कर दिया है. व्यापारियों का कहना है कि पहले उनका ध्यान खबरों से ज्यादा व्यापार पर होता था लेकिन वर्तमान परिदृश्य में हिजाब विवाद की आ रही खबरों से भी बाखबर रहना रहना पड़ रहा है.

महिला ने बताया समानता का प्रतीक

हिजाब की खरीदी करने आई शबनम ने मर्जी से हिजाब पहनने की बात कही. उसका कहना है कि हिजाब के कारण वर्तमान समय में कोरोना से भी बचाव होता है. इसके अलावा गर्मी और ठंड में मौसम की मार से भी शरीर सुरक्षित रहता है. एक दूसरी महिला इसराना ने कहा कि हिजाब पर विवाद जैसी कोई बात जानकारी में नहीं आई है. हिजाब के समर्थन में उसका कहना है कि कपड़ों से तो फिर भी अमीर गरीब का फर्क उजागर हो जाता लेकिन सभी महिलाओं का हिजाब लगभग एक जैसा रहता है, इसलिए हिजाब में समानता भी दिखती है.

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Jamil Khan
Jamil Khan
जमील ख़ान एक स्वतंत्र पत्रकार है जो ज़्यादातर मुस्लिम मुद्दों पर अपने लेख प्रकाशित करते है. मुख्य धारा की मीडिया में चलाये जा रहे मुस्लिम विरोधी मानसिकता को जवाब देने के लिए उन्होंने 2017 में रिपोर्टलूक न्यूज़ कंपनी की स्थापना कि थी। नीचे दिये गये सोशल मीडिया आइकॉन पर क्लिक कर आप उन्हें फॉलो कर सकते है और संपर्क साध सकते है

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