हैदराबाद : नवरात्र के पवित्र सप्ताह में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर जमकर हिंसा की गई. मंदिरों में तोड़फोड़ के साथ हिंदुओं को मारने की घटनाएं भी सामने आईं. वहीं जम्मू-कश्मीर में भी गैर हिंदुओं को निशाना बनाकर हत्याए की गईं. जवानों की शहादत का सिलसिला भी तेज हुआ है. यह सारी घटनाएं यह इशारा करती हैं कि पूरे दक्षिण एशिया में कोई इस्लामिक एजेंडा काम कर रहा है.
इन घटनाओं से आहत हिंदू समाज जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहा है. वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सांसद मनीष तिवारी ने रविवार सुबह ट्विट किया और सवाल उठाया कि दक्षिण एशिया में बड़ा इस्लामिक एजेंडा काम कर रहा है.
मनीष तिवारी ने ट्वीट किया कि क्या कश्मीर में हो रही गैर-मुसलमानों की हत्या, बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं की हत्या और पुंछ में 9 जवानों की शहादत के बीच कोई लिंक है? शायद ऐसा है. दक्षिण एशिया में एक बड़ा इस्लामिक एजेंडा काम कर रहा है.
आम नागरिक व सेना के जवान बने निशाना
यदि हम पिछले 15 दिनों की ही बात करें तो कश्मीर पंडित, दो टीचर्स, फार्मासिस्ट सहित 10 आम नागरिकों की हत्याए कश्मीर में की गई हैं. वहीं हफ्तेभर में 9 जवान शहीद हो गए हैं. बीते सितंबर में ही कश्मीर में सात नागरिक मारे गए, जिनमें से तीन हिंदू और सिख समुदायों के थे. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार इस साल सितंबर तक राजनीतिक कार्यकर्ताओं सहित कुल 25 नागरिक मारे गए हैं.
हालांकि भारतीय सेना ने इस दौरान 13 आतंकियों को भी मौत के घाट उतारा है लेकिन सिविलियंस की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इन घटनाओं में कई ऐसे निर्दोष हिंदुओं की हत्या हुई जो साधारण कार्य करके जिंदगी चला रहे थे.
हैदराबाद : नवरात्र के पवित्र सप्ताह में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर जमकर हिंसा की गई. मंदिरों में तोड़फोड़ के साथ हिंदुओं को मारने की घटनाएं भी सामने आईं. वहीं जम्मू-कश्मीर में भी गैर हिंदुओं को निशाना बनाकर हत्याए की गईं. जवानों की शहादत का सिलसिला भी तेज हुआ है. यह सारी घटनाएं यह इशारा करती हैं कि पूरे दक्षिण एशिया में कोई इस्लामिक एजेंडा काम कर रहा है.
इन घटनाओं से आहत हिंदू समाज जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहा है. वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सांसद मनीष तिवारी ने रविवार सुबह ट्विट किया और सवाल उठाया कि दक्षिण एशिया में बड़ा इस्लामिक एजेंडा काम कर रहा है.
मनीष तिवारी ने ट्वीट किया कि क्या कश्मीर में हो रही गैर-मुसलमानों की हत्या, बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं की हत्या और पुंछ में 9 जवानों की शहादत के बीच कोई लिंक है? शायद ऐसा है. दक्षिण एशिया में एक बड़ा इस्लामिक एजेंडा काम कर रहा है.
आम नागरिक व सेना के जवान बने निशाना
यदि हम पिछले 15 दिनों की ही बात करें तो कश्मीर पंडित, दो टीचर्स, फार्मासिस्ट सहित 10 आम नागरिकों की हत्याए कश्मीर में की गई हैं. वहीं हफ्तेभर में 9 जवान शहीद हो गए हैं. बीते सितंबर में ही कश्मीर में सात नागरिक मारे गए, जिनमें से तीन हिंदू और सिख समुदायों के थे. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार इस साल सितंबर तक राजनीतिक कार्यकर्ताओं सहित कुल 25 नागरिक मारे गए हैं.
हालांकि भारतीय सेना ने इस दौरान 13 आतंकियों को भी मौत के घाट उतारा है लेकिन सिविलियंस की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इन घटनाओं में कई ऐसे निर्दोष हिंदुओं की हत्या हुई जो साधारण कार्य करके जिंदगी चला रहे थे.
इन घटनाओं से भी उठे सवाल
मूर्ति विसर्जन कर लौट रहे लोगों पर बमबारी : पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर जिले में शनिवार रात दुर्गा विसर्जन कर लौट रहे लोगों पर असामाजिक तत्वों ने देसी बम से हमला कर दिया गया. असामाजिक तत्वों ने लोगों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की. इस घटना में छह लोग घायल हुए हैं. इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया. इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.
छत्तीसगढ़ में हिंदुओं को कार से रौंदा : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में दशहरे की झांकी (Dussehra tableau) में शामिल 20 से अधिक लोगों को तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया. घटना तब हुई जब लोग दशहरा की झांकी में शामिल थे. घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए पत्थलगांव सिविल अस्पताल ले जाया गया. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई है, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए. बता दें कि अभी भी अस्पताल में इलाजरत कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.