गंगावरम: आंध्र प्रदेश के गंगावरम में एक हिंदू मंदिर में ईसाई प्रार्थना सभा का आयोजन होने को लेकर काफी बवाल मच गया है। जानकारी के अनुसार, राम मंदिर में ईसाई समुदाय के कुछ लोगों ने प्रवेश किया। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और आंध्र प्रदेश के सह प्रभारी सुनील देवधर ने इस कथित घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए इसे ‘अस्वीकार्य अपमान’ बताया है। भाजपा नेता ने अपने ट्वीट में सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी पर धर्मांतरण के एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि एक पादरी द्वारा गंगावरम में राम मंदिर पर अवैध रूप से कब्जा करने और उसमें ईसाई प्रार्थना करने के साथ चर्च द्वारा सीमा पार की जाती है। सभी दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। वहीं, घटना का वीडियो साझा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता विष्णु वर्धन रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में हिंदुओं के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक पादरी ने गंगावरम में एक राम मंदिर पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया और मंदिर के अंदर ईसाई प्रार्थना की।
फिलहाल, आजतक की ताजा रिपोर्ट की मानें तो इस मामले में अब तक सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि जांच कर रहे पूर्वी गोदावरी के एसपी का इस मामले में कहना है कि ईसाई समुदाय की प्रार्थना सभा मंदिर के अंदर नहीं बल्कि बाहर हो रही थी। 30 मार्च की रात को इस प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रार्थना सभा का आयोजक मंदिर के सामने रहता है। वहीं, इसे ‘फर्जी आरोप’ बताते हुए जिला पुलिस प्रमुख ने कहा कि वेंकट रमण नाम के व्यक्ति के खिलाफ झूठा आरोप लगाने के लिए केस दर्ज किया जा चुका है। अभी भी मामले की जांच जारी है।