दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra Pal Gautam) ने रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया। वह हाल ही में देवी-देवताओं पर दिए एक विवादित बयान से चर्चा में आए थे, जिसके बाद जमकर बवाल मचा था। एक वीडियो में पाल को कथित रूप से एक धर्म परिवर्तन कार्यक्रम में दिखाया गया है, जहां सैकड़ों लोगों को हिंदू देवी-देवताओं की निंदा करते हुए शपथ लेते सुना जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंत्री की निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) पर हिंदुओं की भावना आहत करने का आरोप लगाया। बीजेपी की दिल्ली इकाई ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनकी सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को बर्खास्त करने की मांग की।
गौतम ने अपना इस्तीफा पत्र ट्वीट करते हुए लिखा, “आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है। ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है। अब मैं और अधिक मज़बूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूंगा।”
BJP ने गौतम पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए यह मांग की थी। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी मंत्री पद से गौतम की बर्खास्तगी की मांग की। उन्होंने दावा किया कि गौतम की हरकत से हिंदू और बौद्ध समुदाय के बीच दुश्मनी पैदा हो सकती है।
गौतम उस कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां कथित तौर पर बौद्ध धर्म अपनाने वाले लोगों ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का अनुसरण करने और हिंदू देवी-देवताओं की पूजा छोड़ने का संकल्प लिया था। गुजरात के कई शहरों में शनिवार को बैनर लगाए गए जिनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘हिंदू विरोधी’ बताते हुए उन्हें सिर पर गोल टोपी पहने दिखाया गया है।
धर्म परिवर्तन के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर लोगों के निशाने पर आए गौतम ने शुक्रवार को बीजेपी पर उनके खिलाफ अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने ऐसे प्रचार के कारण किसी को भी तकलीफ पहुंचने की स्थित में माफी मांगी। ऐसा कहा जा रहा है कि धर्म परिवर्तन के लिए आयोजित कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं की कथित रूप से आलोचना की गई है।