नई दिल्ली. हर किसी की निगाहें इस वक्त पश्चिम बंगाल के भबानीपुर विधानसभा सीट (Bhabanipur constituency ) पर टिकीं है. चुनावी अखाड़े में किस्मत आजमा रहीं ममता बनर्जी के लिए यहां जीत बेहद जरूरी है. मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें यहां से हर हाल में जीतना होगा. 30 सितंबर को यहां वोटिंग हुई थी. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने यहां से अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं. तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि ममता को यहां 50 हज़ार वोटों से जीत मिलेगी. उधर बीजेपी भी मैदान मारने का दावा कर रही है. बीजेपी ने ममता के खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है.
पिछले एक महीने में लगभग हर दिन बनर्जी के लिए प्रचार करने वाले कैबिनेट मंत्री और टीएमसी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने कहा, ‘हमें पूरा विश्वास है कि ममता 50,000 से अधिक वोटों से जीतेंगी.’ उधर, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पार्टी के पूर्व बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘भबानीपुर में भाजपा बहुत अच्छी टक्कर देगी. अगर परिणाम के बाद कोई हिंसा होती है तो सरकार को इसकी जांच करनी होगी, नहीं तो सीबीआई है.’
मतगणना के लिए तैयारी पूरी
चुनाव आयोग रविवार सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू करेगा. परिणाम आमतौर पर दोपहर तक रुझानों के आधार पर स्पष्ट होते हैं. भबानीपुर विधानसभा क्षेत्र में 21 राउंड की मतगणना होगी. चुनाव निकाय ने तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है, जिसे केंद्रीय बलों की 24 कंपनियों को बुलाया गया है और उन्हें पहले ही मतगणना केंद्र पर तैनात कर दिया गया है.
कैसी है तैयारी?
सुरक्षा की बाहरी स्तर की देखभाल अकेले राज्य पुलिस करेगी, वहीं अगली परत में केंद्रीय बल भी होंगे. भीतर में केवल केंद्रीय पुलिस होगी. पूरा इलाका सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा.अधिकारियों को केवल कलम और कागज की अनुमति होगी और केवल रिटर्निंग अधिकारी और पर्यवेक्षक को ही फोन का उपयोग करने की अनुमति होगी. सभी अधिकारियों और मतगणना केंद्र में प्रवेश करने वालों को एक COVID-19 नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी