लाहौर. पाकिस्तान (Pakistan) में ईशनिंदा (Blasphemy)के एक आरोपी को भीड़ ने पत्थरों से हमला करके मौत के घाट उतार दिया. यह घटना पाकिस्तान के पंजाब प्रांत (Punjab Province) की बताई जा रही है जहां एक गांव में हिंसक भीड़ (Mob Lynching) ने धार्मिक पुस्तक की बेअदबी के आरोप में एक अधेड़ व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने रविवार को यह जानकारी दी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना शनिवार शाम जंगल डेरा गांव में हुई, जहां स्थानीय लोग अपनी मगरिब की नमाज के बाद इस घोषणा के मद्देनजर इकट्ठा हुए थे कि एक व्यक्ति ने पवित्र कुरान के पन्ने फाड़कर उन्हें आग लगा दी है.
इन लोगों के मुताबिक, पुलिस घटना से पहले ही गांव पहुंच गई थी, लेकिन भीड़ ने पीड़ित को थाना प्रभारी की हिरासत से छुड़ाकर पेड़ से बांध दिया, जिसके बाद उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि, हत्या के बाद शव को एक पेड़ पर लटका दिया
इस दौरान दो पुलिसकर्मियों ने बीचबचाव की कोशिश की लेकिन गुस्साई भीड़ ने पुलिस वालों पर भी हमला कर दिया. बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के अनुसार, मृतक शख्स की पहचान मुस्ताक अहमद के रूप में हुई है, जो कि बारा चाक गांव का रहने वाला था. इस मामले में पुलिस ने 300 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और इनमें 62 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश देते हुए पुलिस से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है. वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा. मैंने इस मामले में पंजाब के आईजी से रिपोर्ट मांगी है.

पाकिस्तान में इस्लाम का अपमान करने के खिलाफ बेहद सख्त ईशनिंदा कानून मौजूद है, जिनके तहत दोषी को मौत की सजा तक देने का प्रावधान है.
यह दर्दनाक घटना ईशनिंदा के आरोपों को लेकर पंजाब प्रांत में एक इस्लामी पार्टी के नाराज समर्थकों द्वारा एक कपड़ा फैक्टरी में काम करने वाले श्रीलंकाई कर्मचारी को मारकर जला देने के लगभग दो महीने बाद सामने आई है.