तवांग में भारतीय और चीनी सेना के बीच झड़प की खबर के बाद विपक्षी दल केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेने से पीछे नहीं रहे.
सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने ट्वीट कर कहा है कि, संसद में मंत्री क्यों जवाब दें, जब मोदी के मुख्यमंत्री रहते और पीएम बनने के बाद चीन से नजदीकियां बढ़ती गयीं
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि, 1962 में नेहरू को रंगीन भाषा में गाली दी गई. क्या मोदी को इसी विशेषण से संबोधित किया जाना चाहिए? आज विपक्ष का क्या? 1962 में जनसंघ ने नेहरू को खरी-खोटी सुनाई, क्या मोदी का वही हश्र होगा?
आपको बता दें कि आज सुबह प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, पियूष गोयल, जेपी नद्दा, प्रह्लाद जोशी एक बैठक कर रहे हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद के दोनों सदनों में इस झड़प को लेकर एक रिपोर्ट पेश कर सकते हैं.
इस बार यह झड़प अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीन सीमा के करीब हुआ जहां दोनों देशों के करीब 30 सैनिकों के जख्मी हो।
कांग्रेस,TMC सहित दूसरी विपक्षी दलों ने लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर तत्काल बहस की माँग की है. आम आदमी पार्टी ने भी इस मुद्दे पर तत्काल बहस कराने की माँग की है.