हरिद्वार खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था इसमें एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए गए थे अभिनेता केआरके ने कहा है कि चुनाव को देखते हुए विवादित बयान जानबूझकर दिए गए
नई दिल्लीः उत्तरी हरिद्वार खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था जिसमें साधू-संतों द्वारा एक समुदाय विशेष के खिलाफ विवादित बयान दिए गए थे।
इस दौरान एक महिला संत ने कॉपी-किताब रखने और हाथ में शस्त्र उठाने जैसी बात कहती हुई नजर आई थीं।
इस बीच अभिनेता कमाल राशिद खान यानी केआरके ने कहा है कि ये सब जानबूझकर किया गया। कई राज्यों में चुनाव होनेवाले हैं, इसके मद्देनजर एक समुदाय के खिलाफ भाषण दिए गए ताकि चुनाव हिंदू बनाम मुस्लिम हो जाए।
कमाल आर खान ने ट्वीट में लिखा- हरिद्वार धर्म संसद में जो भी विवादित बयान दिए गए हैं, वो एक समुदाय को भड़काने के लिए दिए गए हैं! ये बयान जानबूझकर चुनाव को मद्देनजर रखकर दिए गए हैं! केआरके ने आगे लिखा, मुसलमानों को जवाब में कुछ भी नहीं बोलना चाहिए! क्योंकि BJP चाहती यही है की मुसलमान भड़कें, बोलें और इलेक्शन हिंदू-मुस्लिम हो!
गौरतलब है कि हरिद्वार में हुए धर्म संसद के बाद रायपुर में भी एक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया। बीते रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुए इस कार्यक्रम के दौरान महात्मा गांधी को अपशब्द कहे गए और मुसलमानों के खिलाफ भी भड़काऊ बयानबाजी हुई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई और भड़काऊ भाषण देनेवालोंं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की जाने लगी।
हरिद्वार के धर्म संसद में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिम्हानंद, यूपी शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी, स्वामी प्रबोधानंद गिरि, धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा समेत कई संत शामिल हुए थे।