पटना, 18 अप्रैल: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की कुछ नेताओं की मांग को बेतुका कहा है। नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि हर धर्म में प्रार्थना करने का एक अलग तरीका होता है और सबको उसकी आजादी है।
जो लोग अजान का विरोध कर रहे हैं, वो धर्म को समझते ही नहीं है। नीतीश कुमार का ये बयान उनके अपने ही मंत्री के मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटाने की मांग के बीच आया है।
बिहार सीएम ने अजान और लाउड स्पीकर को लेकर चल रही बातों पर कहा, देश बहुत से धर्म हैं और सभी धर्मों का पूजा पाठ करने का अपना-अपना तरीका है। किसी के धर्म को लेकर टिप्पणी करना या विवाद करना ठीक नहीं है। सबको अपने मजहब का पालन करना चाहिए और इसके लिए किसी पर कोई रोक नहीं है। नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि उनकी सरकार इस बात का ध्यान रखती है कि राज्य में कोई धार्मिक कार्यक्रम हो तो प्रशासन सकर्त रहे और किसी तरह का सांप्रदायिक विवाद ना हो। जिसके चलते उनके शासन में सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं कम हुई हैं।
बिहार के मंत्री ने क्या कहा है
हाल ही में सीएम नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से मंत्री जनक राम ने मांग की है कि बिहार में मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ने पर रोक लगा देनी चाहिए। उनका कहना है कि अजान से दूसरे समुदाय के लोगों और छात्र-छात्राओं को भी पढ़ने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
राज ठाकरे की क्या है मांग
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे भी इन दिनों मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर बार-बार बयान दे रहे हैं। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को कहा है कि 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर ना हटे को रास्तों में लाउडस्पीकर पर भजन चलाए जाएंगे। ठाकरे ने कहा कि होम डिपार्टमेंट को कहना चाहते हैं हमे दंगे नहीं चाहिए। 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दें हमारी तरफ से कोई तकलीफ नहीं होगी।