नई दिल्ली. कश्मीर घाटी से कश्मीर पंडितों के पलायन और दंश पर बनी मार्मिक फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को देखकर एक तरफ लोगों की आंखों में आंसू आ जाते हैं तो दूसरी ओर इस फिल्म पर पूरे देश में हंगामा भी खूब मचा हुआ है. फिल्म के रिलीज होने के पहले ही दिन से इसपर राजनीति तेज हो गई है.
पहले केरल कांग्रेस ने इस फिल्म पर आपत्ति जताई थी और असम के कद्दावर मुस्लिम नेता बदरुद्दीन अजमल (Assam MP Badruddin Ajmal) ने आपत्ति जताई है. बदरुद्दीन अजमल ने इस फिल्म को बैन करने की मांग की है.
असम के धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा, मैंने इस फिल्म को नहीं देखी है. लेकिन केंद्र सरकार और असम सरकार को इस फिल्म को बैन कर देनी चाहिए क्योंकि इससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ेगा. अजमल ने कहा, आज की स्थिति वैसी नहीं है जैसी उस वक्त थी. बदरुद्दीन अजमल ने कहा, कश्मीर के अलावा भी देश में कई घटनाएं हुई हैं. असम के नेल्ली (Nellie) में भी घटनाएं हुई हैं. लेकिन इन घटनाओं पर कोई फिल्म नहीं बनी. धुबरी से तीन बार के सांसद ने कहा कि अगर बैन नहीं किया जाता है कि सांप्रदायिक तनाव बढ़ने का खतरा है.
कौन हैं बदरुद्दीन अजमल
बदरुद्दीन अजमल एआईयूडीएफ (All India United Democratic Front) के अध्यक्ष हैं. असम के मुस्लिम बहुल इलाके में इनका अच्छा खासा वर्चस्व है. 2005 में बदरूद्दीन अजमल ने जमीयत उल हिंद में रहते हुए ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट यानि एआईयूडीएफ नाम से अलग राजनीतिक पार्टी बनाई. अब एआईयूडीएफ असम में बड़ी ताकत बन चुकी है.
अजमल बांग्लादेश से आए मुसलमानों के हिमायती रहे हैं. इसलिए बीजेपी इनके खिलाफ काफी मुखर हैं. अजमल परफ्यूम कोराबारी हैं, जिनका दुनिया भर में कारोबार फैला हुआ है.